फल-फूल, अनाज, एवं अन्य तमाम तरह की चीजों की खेती का नाम तो सभी ने सुना होगा, हममें से कुछ लोग इससे जुड़कर खुद को प्रकृति से जुड़ा भी महसूस करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी खेतों में सांप उगाने की कल्पना की है? सुनकर हैरानगी के साथ अविश्वास भी होगा, लेकिन यह नितांत सच है कि खेतों में सांप भी उगाये जाते हैं. जी हां हमारे पड़ोसी मुल्क चीन के एक नगर जिसिकियाओ में सांपों की भी खेती होती है. नहीं विश्वास हो रहा है तो हम इस विषय में विस्तार से बतायेंगे कि चीन के किस इलाके में किन-किन वैरायटीज वाले सांप उगाये जाते हैं और इस अजीबोगरीब फसल का कहां और किस तरह से उपयोग किया जाता है.
30 लाख किस्म के जहरीले सांप यहां उपलब्ध हैं.
जिसिकियाओ का जज्बा
चीन में वुहान शहर से करीब 120 किमी की दूरी पर एक छोटा सा गांव है जिसिकियाओ (Zisiqiao). यहां करीब 1 हजार लोगों की आबादी रहती है. यहां के लोग पहले चाय, जूट एवं कपास के साथ मछली-पालन आदि का व्यवसाय कर अपनी आजीविका चलाते थे, लेकिन अब उन्होंने इस व्यवसाय को कमकर जहरीले सांपों का व्यवसाय करना शुरु किया है. यहां आपको हर किस्म के खतरनाक एवं जहरीले सांप उपलब्ध हो सकते हैं. सूत्रों के अनुसार यहां किंग कोबरा, अजगर से लेकर करीब तीस हजार से ज्यादा किस्मों के जहरीले सांपों का कारोबार होता है. गांव का हर दूसरा शख्स सांपों के कारोबार से जुड़ा हुआ है.
सांपों की खेती का उद्देश्य
सांपों की खेती के इस कारोबार में उनके जहर, मांस, खाल एवं अन्य अंगों को बेचकर आय अर्जित किया जाता है. गौरतलब है कि चीन में सांपों का मीट बड़े शौक से खाया जाता है. जहां तक सांपों के जहर एवं कुछ विशेष अंगों की बात है तो इनका उपयोग विभिन्न रोगों की औषधियों के लिए किया जाता है. इसीलिए यह गांव दुनिया भर में स्नेक फार्मिंग के नाम से भी मशहूर है.
यहां के सर्वाधिक जहरीले सांप
यहां के लोग सबसे खतरनाक सांप फाइव स्टेप को बताते हैं, कहते हैं कि इस सांप के डसने के बाद इंसान मुश्किल से 5 कदम चल पाता है और गिरकर उसकी मृत्यु हो जाती है. फाइव स्टेप के बाद किंग कोबरा, कोबरा, ताइपन, ब्लैक मांबा, सॉ-स्केल्ड वाइपर और वाइपर को सर्वाधिक जहरीला सांप माना जाता है. यद्यपि यहां जहरीले अजगर भी भारी मात्रा में पैदा किये जाते हैं. यह भी पढ़ें : OMG! अमेरिका के एक घर में मिली शख्स की लाश, शव के पास दिखा 124 जहरीले सांपों का जमावड़ा
ऐसे होती है सांपों की फार्मिंग एवं व्यवसाय
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिसिकियाओ गांव में अलग-अलग प्रजाति के सांपों की ब्रीडिंग कराई जाती है. जब सांप के बच्चे अंडों से बाहर निकलते हैं तो उन्हें कांच अथवा लकड़ी के बॉक्स में रखा जाता है. बड़े होने पर उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए प्लास्टिक के थैलों का इस्तेमाल किया जाता है. जब ये सांप अपनी पूरी आकृति के हो जाते हैं तब इन्हें बूचड़ खाने में लाया जाता है. यहां जीवित अवस्था में इनका जहर निकाला जाता है और फिर सिर काट दिया जाता है. इसके बाद उनका मीट निकालकर अलग किया जाता है, और चमड़े अलग कर दिये जाते हैं. जहर और मीट से औषधि एवं चमड़ों से बैग बनाया जाता है.