Zoom Bombing: एमपी में छात्रों ने की शर्मनाक हरकत, ऑनलाइन क्लासेस को रोकने के लिए दिखाए प्राइवेट पार्ट
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) साइबर सेल हेडक्वार्टर्स (Cyber Cell Headquarters) द्वारा कॉलेज के दो छात्रों को कथित तौर पर अश्लील कंटेंट (Pornographic Contents) के साथ अपने प्राइवेट पार्ट (Private Part) को दिखाने के अरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने कहा है कि यह अपनी तरह का पहला मामला है, जिसमें जांचकर्ताओं ने इन छात्रों के खिलाफ सबूत के तौर पर एक जोड़ी चप्पल जब्त की है. जूम बॉम्बिंग (Zoom Bombing) एक शब्द है, जिसका उपयोग साइबर उत्पीड़न (Cyber Harassment) के लिए किया जा रहा है, जिसमें बिन बुलाए उपयोगकर्ता जूम (Zoom) वीडियो कॉन्फ्रेंस सॉफ्टवेयर ऐप पर ऑनलाइन क्लासेस और मीटिंग्स को बाधित करते हैं.

पुलिस की गिरफ्त में आए दोनों छात्रों में एक बीबीए और एक एनईईटी आकांक्षी है. दोनों पर आईटी की धारा 43/63, 67, 67A और आईपीसी की धारा 294, 354 A and 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस की मानें तो पहले उन्होंने इसे महिला शिक्षकों को बाधित करने के इरादे से शुरू किया था, लेकिन फिर उन्होंने इसका आनंद लेना शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि दोनों निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं.

राज्य साइबर सेल के प्रमुख एडीजी योगेश देशमुख को करियर कॉलेज से शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू हुई कि किसी ने 3 जून को उनके वर्चुअल वाइवा टेस्ट को हैक कर लिया और अश्लील कंटेंट दिखाया गया. शिकायत में यह भी कहा गया है कि वे इस साल फरवरी से इसी तरह की समस्या का सामना कर रहे थे. यह भी पढ़ें: Sex During Zoom Session: जूम सेशन के दौरान कथित तौर पर सेक्स में मशगूल हुई अलबामा की शिक्षिका, वीडियो हुआ वायरल

महिला शिक्षकों को इन स्पष्ट सामग्री को लेकर कई बार अपनी ऑनलाइन क्लासेस स्थगित करनी पड़ी. सूत्रों के अनुसार, मामले की सूचना स्थानीय पुलिस थानों को भी दी गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ. एडीजी देशमुख के निर्देश के बाद इस मामले को एएसपी (साइबर सेल) वैभव श्रीवास्तव और उनकी टीम ने अपने हाथ में ले लिया.

पुलिस की मानें तो इस मामले की जांच बिल्कुल भी आसान नहीं थी. संदिग्धों को पकड़ने के लिए उन्हें फील्ड पर बड़े पैमाने पर अभ्यास करना पड़ा. जांचकर्ताओं के पास एक महत्वपूर्ण सुराग ऑनलाइन मीटिंग का स्क्रीनशॉट था, जिसमें संदिग्ध का बैकग्राउंड दिखाई दे रहा था. उस पर दो डिश एंटिना के साथ एक इमारत नजर आ रही थी. अधिकारियों ने स्थान का पता लगाने के लिए कई सेवा प्रदाताओं से संपर्क किया.

काफी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस ने दोनों छात्रों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों ने बताया कि उन्होंने ऑनलाइन क्लासेस और एग्जाम्स में बाधा डालने के लिए एक-दूसरे के साथ आईडी और पासवर्ड शेयर किए थे. आरोपी छात्र ने ऑनलाइन क्लासेस के दौरान अपने प्राइवेट पार्ट को फ्लैश करने और अपने शिक्षकों को अश्लील संदेश भेजने की बात कबूल की. पुलिस को सबूत के तौर पर उसकी चप्पल को जब्त करना पड़ा, क्योंकि वीडियो में उसे देखा जा सकता था.