विजयपुरा, 8 जून : कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा (B. s. Yediyurappa) ने तमाम अटकलों को दरकिनार करते हुए बुधवार को कहा कि उनके बेटे बी. वाई. विजयेंद्र आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. येदियुरप्पा ने कहा, "विजयेंद्र पार्टी से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और वह राज्य के किसी भी विधानसभा क्षेत्र में विजयी होंगे." येदियुरप्पा का यह बयान ऐसे समय पर सामने आया है, जब माना जा रहा है कि सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा उन्हें और खासकर उनके बेटे विजयेंद्र को दरकिनार किया जा रहा है.
येदियुरप्पा ने कहा कि उनका बेटा अभी जवान है और कड़ी मेहनत कर रहा है. विजयेंद्र पर प्रदेश के युवाओं का विश्वास और आशा है. हालांकि, येदियुरप्पा ने युवा अधिकारिता और खेल मंत्री नारायण गौड़ा के बयान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जिसमें गौड़ा ने कहा था कि विजयेंद्र में मुख्यमंत्री का पद संभालने की क्षमता है. विपक्ष के नेता सिद्धारमैया की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर कि येदियुरप्पा और उनके परिवार को भाजपा ने दरकिनार कर दिया है, उन्होंने कहा कि उन्हें सिद्धारमैया से प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है. यह भी पढ़ें : नागरिक सुरक्षा केंद्र को आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ जोड़ने पर फैसला करे महाराष्ट्र सरकार : अदालत
येदियुरप्पा ने कहा, "बीजेपी ने मुझे किसी अन्य नेता की तरह सम्मान और अवसर दिया है. मैं 4 बार सीएम रहा हूं. मैंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है और आज भी पार्टी मेरा उतना ही सम्मान करती है." एमएलसी चुनावों के लिए विजयेंद्र को टिकट नहीं मिलने पर एक सवाल का जवाब देते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि यह एक सच्चाई है कि परिवार के सदस्यों को टिकट नहीं मिलना चाहिए और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संबंध में निर्णय लिया था. ये पहली बार है जब येदियुरप्पा ने अपने बेटे विजयेंद्र के चुनाव लड़ने पर बयान दिया है. जब येदियुरप्पा सत्ता में थे, तब विजयेंद्र पर आरोप लगते रहते थे कि उनका सरकार के कामकाज में काफी दखल रहता है. पार्टी नेताओं को डर है कि विजयेंद्र राज्य भाजपा में एक और सत्ता केंद्र बनाएंगे.