देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में लगातार शोध कार्य हो रहे हैं. सरकार इन शोध कार्यों में तेजी लाने के लिए लगातार प्रोत्साहित कर रही है. इसी का नतीजा है की भारत शोध उपाधियों की संख्या के मामले में संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद तीसरे नंबर पर है तो वहीं विश्व में स्टार्ट-अप्स और यूनिकोर्न्स की संख्या में भी भारत का विश्व में तीसरा स्थान है I केंद्र सरकार ने महिला और युवा वैज्ञानिकों की संख्या बढ़ाने के लिए भी कई योजनाओं की शुरुआत की है. इस लेख में हम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की साल भर की उपलब्धियों के बारे में जानेंगे.
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- SCI पत्रिकाओं में प्रकाशनों की संख्या के मामले में भारत तीसरे स्थान पर है जबकि 2013 में 6वें स्थान पर था.
- संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद विज्ञान और इंजीनियरिंग (S&E) में प्रदान की गई शोध उपाधियों (लगभग 25,000) की संख्या के मामले में भारत तीसरे स्थान पर हैI
- विश्व में स्टार्ट-अप्स (77,000) की संख्या और यूनिकोर्न्स (107) की संख्या के मामले में भी भारत विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर है I
- भारत ने ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (GII) की अपनी वैश्विक रैंकिंग में 2015 के 81वें स्थान से 2022 में 40वें स्थान पर बड़ी ऊंची छलांग लगाई है. भारत विश्व की 130 अर्थव्यवस्थाओं में 40वें स्थान पर है. GII के संदर्भ में भारत 34 निम्न मध्यम-आय वाली अर्थव्यवस्थाओं में दूसरे स्थान पर है और 10 मध्य एवं दक्षिणी एशियाई अर्थव्यवस्थाओं में प्रथम स्थान पर हैI
- भारत दुनिया में प्रौद्योगिकी विनिमय (ट्रांजेक्शन्स) के लिए सबसे आकर्षक निवेश स्थलों में तीसरे स्थान पर है.
- अनुसंधान एवं विकास पर सकल व्यय (GERD) पिछले 10 वर्षों में तीन गुना से अधिक बढ़ गया है.
- पिछले 9 वर्षों में बाह्य अनुसंधान एवं विकास में महिलाओं की भागीदारी भी दोगुनी हो गई है .
- रेजिडेंट पेटेंट फाइलिंग के मामले में भारत 9वें स्थान पर हैI
महिला वैज्ञानिक होंगी सशक्त
लैंगिक असंतुलन को दूर करने के लिए 'किरण' योजना शुरू की गई है. वहीं युवा महिलाओं को वैज्ञानिक बनने के लिए आकर्षित और प्रोत्साहित करने के लिए विज्ञान ज्योति योजना की शुरुआत की गई है. विज्ञान ज्योति योजना को अभी सीमित पैमाने और अवधि के लिए शुरू किया गया है. युवा वैज्ञानिकों को भी उनकी शोध गतिविधियों पर लोकप्रिय विज्ञान लेख लिखने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए 'अवसर' योजना शुरू की गई है.
विज्ञान और प्रौद्योगिकी को लेकर प्रोत्साहन
विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (SERB) ने लोगों के बीच विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए कई नई योजनाएं शुरू की हैं. SERB ने उच्चतम स्तर पर अनुसंधान एवं विकास करने के लिए विशेष रूप से महिला वैज्ञानिकों के लिए “SERB-POWER” योजना की शुरुआत की है. NRI सहित सर्वश्रेष्ठ वैश्विक विज्ञान और वैज्ञानिकों को भारत लाने के उद्देश्य से SERB-VAJRA पहल शुरू की गई है. राज्य विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में एक मजबूत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी इकोसिस्टम बनाने के लिए राज्य विश्वविद्यालय अनुसंधान उत्कृष्टता (SERB-SURE) शुरू की गई है. इन योजनों को उच्चतम स्तर पर अनुसंधान एवं विकास करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
पूर्वोत्तर भारत में भी केसर की खेती
भारत में पहले केसर का उत्पादन कश्मीर के कुछ हिस्सों तक ही सीमित था लेकिन अब केसर का उत्पादन उत्तर पूर्व के कुछ हिस्सों में भी हो रहा है. North East Centre for Technology Application & Reach (NECTAR) के केंद्रित प्रयासों के माध्यम से ये संभव हो पाया है. पूर्वोत्तर भारत के दक्षिण सिक्किम के यांगांग गांव में पहली बार केसर की सफल खेती हुई है. अब इसका विस्तार अरुणाचल प्रदेश में तवांग और मेघालय में बारापानी तक किया जा रहा हैI
अनुसंधान एवं विकास में लोगों की भागीदारी को बढ़ावा
अनुसंधान एवं विकास में लोगों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए छठी से दसवीं कक्षा के स्कूली बच्चों को INSPIRE पुरस्कार, विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा के लिए INSPIRE छात्रवृत्ति, INSPIRE डॉक्टरेट फैलोशिप शुरू की गई है. अब युवा शोधकर्ताओं को INSPIRE फैकल्टी बनाया जा रहा है.