नई दिल्ली: पूरी दुनिया और भारत में कोरोनावायरस (Covid-19) को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. तमाम आयोजन रद्द और स्थगित कर दिए गए हैं. लेकिन नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ यहां शाहीनबाग में 91 दिनों से 24 घंटे विरोध प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं को इस घातक वायरस का डर नहीं है. सवाल उठता है कि आखिरकार क्यों?
एक प्रदर्शनकारी महिला ने आईएएनस से कहा, "हम मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं और हम पांचों वक्त की नमाज पढ़ते हैं, जिसमें हम वुजू भी करते हैं. हमारे हाथ, पैर, मुंह पांच वक्त दिन में धुलते हैं तो हमें डर किस बात का! साथ ही हम बच्चों को भी यूज करने को सैनिटाइजर दे रहे हैं और उनकी भी सफाई सुनिश्चित कर रहे हैं, लेकिन हम यहां से नहीं उठेंगे." यह भी पढ़ें: Coronavirus: तिहाड़ सहित दिल्ली के सभी जेलों में अलर्ट, बनाए गए आइसोलेशन वार्ड
शुक्रवार देर रात 10 बजे शाहीनबाग की महिलाओं ने प्रेस वार्ता की. महिलाओं ने कोरोनावायरस का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार कोरोनावायरस का डर बिठाने की कोशिश कर रही है, ताकि हम विरोध प्रदर्शन खत्म कर दें, लेकिन हम बताना चाहेंगे कि शाहीनबाग की महिलाएं हर घंटे हाथ धो रही हैं, मास्क लगा रही हैं और सैनिटाइजर भी यूज कर रही हैं. जो महिला बुर्के में आती है वह उस बुर्के को भी सैनिटाइज करके ही पहन रही है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह हमारी फिक्र न करें.