अगर आपने अपनी बेटी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में निवेश किया है, या करने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. सरकार हर तिमाही में सभी छोटी बचत योजनाओं (Small Savings Schemes) की ब्याज दर की समीक्षा करती है, और इस बार यह समीक्षा 30 जून 2024 तक की जाएगी. इसके बाद 1 जुलाई 2025 से 30 सितंबर 2025 तक के लिए नई ब्याज दरें लागू होंगी.
फिलहाल सुकन्या योजना पर 8.2% का ब्याज मिल रहा है, जो पिछले काफी समय से स्थिर बना हुआ है. लेकिन अब ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है, कि इस बार सरकार इसमें थोड़ी कटौती कर सकती है.
ब्याज दर घटने की मुख्य वजहें क्या हैं?
सबसे पहले बात करें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की, तो उसने फरवरी 2025 से अब तक रेपो रेट में 1% की कटौती की है. रेपो रेट वह दर होती है, जिस पर आरबीआई बैंकों को पैसा देता है. जब यह दर घटती है, तो बैंक भी अपने ग्राहकों को मिलने वाली एफडी (FD) और सेविंग अकाउंट की ब्याज दरें घटा देते हैं.
दूसरी बड़ी वजह है सरकारी बांड यील्ड (Government Bond Yield) में आई गिरावट. जनवरी 2025 से जून 2025 तक 10 साल के सरकारी बांड की यील्ड करीब 0.5% तक घट चुकी है. यह बांड यील्ड ही छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दर तय करने में सरकार के लिए एक बेंचमार्क की तरह काम करते हैं.
सरकार ब्याज दर कैसे तय करती है?
सरकार ब्याज दर तय करने के लिए श्यामला गोपीनाथ समिति (Shyamala Gopinath Committee) की सिफारिशों का पालन करती है. इस समिति के अनुसार, सरकार छोटे बचत योजनाओं की ब्याज दर तय करने के लिए सरकारी बांड की सेकेंडरी मार्केट यील्ड को देखती है, और उसमें अधिकतम 0.25% (25 बेसिस प्वाइंट) का अतिरिक्त मार्जिन जोड़ सकती है.
उदाहरण के तौर पर, अगर बांड यील्ड 8% है, तो सरकार सुकन्या योजना में 8.25% तक का ब्याज तय कर सकती है. लेकिन फिलहाल बांड यील्ड में गिरावट है, और इसी के चलते सुकन्या योजना की ब्याज दर में थोड़ी सी कटौती की संभावना बढ़ गई है.
क्या ब्याज में बहुत बड़ी गिरावट होगी?
सुकन्या योजना सरकार की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों से जुड़ी है, और इसका उद्देश्य है, लड़कियों के भविष्य को सुरक्षित बनाना. इसलिए सरकार इसमें कोई बहुत बड़ी कटौती शायद नहीं करेगी. लेकिन 0.1% या 0.2% की मामूली कटौती हो सकती है, क्योंकि 2025 में अब तक ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जबकि दूसरी आर्थिक दरें नीचे जा रही हैं.
माता-पिता क्या करें?
अगर आपने अपनी बेटी के लिए सुकन्या योजना में खाता खुलवाया है, तो फिलहाल घबराने या निवेश रोकने की कोई जरूरत नहीं है. यह योजना लंबी अवधि की होती है, और ब्याज दर में थोड़ी सी कमी से इसका बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ता है. इसलिए बेहतर यही है, कि आप इसमें नियमित निवेश जारी रखें, ताकि मेच्योरिटी (Maturity) पर आपकी बेटी को एक अच्छा फंड मिल सके.













QuickLY