Who Is Pooja Sharma: दिल्ली की पूजा शर्मा का नाम BBC द्वारा जारी '100 प्रभावशाली महिलाओं' की सूची में शामिल हुआ है. यह उपलब्धि न केवल उनके लिए बल्कि भारत के लिए भी गर्व की बात है. पूजा का जीवन और उनका काम एक मिसाल है, जो सामाजिक रूढ़ियों और कठिनाइयों को चुनौती देता है. बीबीसी ने साल 2024 की 100 प्रभावशाली महिलाओं की सूची जारी की है. खेल और मनोरंजन समेत विभिन्न क्षेत्रों की प्रभावशाली महिलाओं को इसमें शामिल गया है. इस लिस्ट में तीन भारतीय महिलाओं को जगह दी गई है.
कौन हैं पूजा शर्मा?
पूजा शर्मा दिल्ली की एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने 'ब्राइट द सोल फाउंडेशन' नामक एनजीओ की स्थापना की. यह संस्था समाज के वंचित लोगों की मदद करती है. पूजा शर्मा ने अब तक 4,000 से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया है, जिनमें विभिन्न धर्मों और समुदायों के लोग शामिल हैं.
भाई की हत्या ने बदली जिंदगी
पूजा का जीवन 12 मार्च, 2022 को एक दर्दनाक घटना से पूरी तरह बदल गया. उनके बड़े भाई की एक छोटी सी बहस के कारण उनकी आंखों के सामने हत्या कर दी गई. जब अंतिम संस्कार की बारी आई, तो किसी ने उनकी मदद नहीं की. पूजा ने खुद अपने भाई के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी उठाई और सिर पर पगड़ी बांधकर इस कर्तव्य को निभाया. इस घटना ने पूजा को झकझोर दिया, और उन्होंने निश्चय किया कि वह उन लोगों के लिए काम करेंगी, जिनका समाज में कोई सहारा नहीं है.
धार्मिक रूढ़ियों को दी चुनौती
हिंदू धर्म में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया परंपरागत रूप से पुरुषों के लिए आरक्षित मानी जाती है. पूजा ने इस सामाजिक सोच को तोड़ते हुए अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी निभाई. उन्होंने केवल हिंदू धर्म ही नहीं, बल्कि विभिन्न धर्मों के शवों का अंतिम संस्कार किया, जिससे यह संदेश दिया कि मृत्यु के बाद सभी धर्म बराबर हैं.
सोशल मीडिया पर बढ़ती पहचान
पूजा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी सक्रिय हैं. इंस्टाग्राम पर उनके करीब 3.50 लाख फॉलोअर्स हैं. वह अपने काम की तस्वीरें और वीडियो साझा करके लोगों को जागरूक करती हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव की प्रेरणा देती हैं. पूजा का संदेश है कि सेवा ही धर्म है. उनका मानना है कि "मृत्यु के बाद हर इंसान को सम्मान मिलना चाहिए."
बीबीसी की सूची में जगह
पूजा शर्मा का नाम बीबीसी की '100 प्रभावशाली महिलाओं' की सूची में शामिल होना, उनके काम की सराहना है. इस लिस्ट में पूजा के साथ भारत की अरुणा राय और विवेश फोगाट भी शामिल हैं. इसके अलावा, भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और एआई विशेषज्ञ स्नेहा रेवनूर को भी इस सूची में स्थान मिला है.