UP Shocker: शौचालय जाने के लिए बस रोकने के लिए कहा, तो ड्राइवर समेत दो अन्य लोगो ने मजदूर को चलती वाहन से बाहर फेंका, मौत
कंडक्टर द्वारा बस रोकने से मना करने पर उनके बीच बहस हो गई. बहस बढ़ने पर धर्मपाल, राजेंद्र कुमार और कंडक्टर ने उसे चलती गाड़ी से धक्का दे दिया. पीड़ित की पत्नी रीना देवी ने टीओआई को बताया कि अपराधी घटनास्थल से फरार हो गए, जिससे परिवार और अन्य मजदूर पीछे रह गए.
UP Shocker: 30 नवंबर(गुरुवार) को उत्तर प्रदेश के बरेली के बारादरी इलाके में पीलीभीत के एक प्रवासी मजदूर की कथित तौर पर तीन लोगों द्वारा चलती बस से बाहर फेंक दिए जाने और वाहन के पिछले पहियों से कुचले जाने के बाद मौत हो गई. ठेकेदार राजेंद्र कुमार और धर्मपाल ने मजदूरों को जयपुर ले जाने के लिए बस किराए पर ली. अपने परिवार, पत्नी रीना देवी और भतीजे प्रमोद कुमार और अन्य मजदूरों के साथ जयपुर जा रही एक स्लीपर बस में 30 वर्षीय विजय पाल ने कंडक्टर से अनुरोध किया, जिसका अभी तक नाम नहीं बताया गया है, वह वाहन रोक दे ताकि वह शौचालय का उपयोग कर सके. यह भी पढ़ें: यूपी के मुजफ्फरनगर में भीषण सड़क हादसा, ट्रक-टैक्टर-ट्राली की टक्कर में 3 लोगों की मौत, 4 जख्मी
कंडक्टर द्वारा बस रोकने से मना करने पर उनके बीच बहस हो गई. बहस बढ़ने पर धर्मपाल, राजेंद्र कुमार और कंडक्टर ने उसे चलती गाड़ी से धक्का दे दिया. पीड़ित की पत्नी रीना देवी ने टीओआई को बताया कि अपराधी घटनास्थल से फरार हो गए, जिससे परिवार और अन्य मजदूर पीछे रह गए.
पीड़िता की पत्नी रीना ने बताया कि दिवाली मनाने के लिए मेरे पति पीलीभीत के रामनगर गांव गए. जयपुर लौटते समय रास्ते में उन्होंने कई बार कंडक्टर से बस रोकने के लिए कहा ताकि वह शौचालय का उपयोग कर सकें. बल्कि बाद में दोनों ठेकेदारों के साथ मारपीट हो गई. इसके बाद उन्होंने उसे बस से धक्का दे दिया. बस के पिछले टायर उसके ऊपर चढ़ने से उसका मौत हो गया था.
पुलिस ने कहा कि आईपीसी की धारा 279 (तेज गाड़ी चलाना) और 304ए (लापरवाही से मौत का कारण) के अनुसार, बस को जब्त कर लिया गया है और एक औपचारिक शिकायत दर्ज की गई है.