कोलकाता, 3 मई: पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के मोयना में बीजेपी के बूथ अध्यक्ष की हत्या के खिलाफ बुधवार सुबह से 12 घंटे के बंद के आह्वान पर तनाव जारी रहा. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस समर्थित गुंडों ने बिजॉय कृष्ण भुनिया की हत्या कर दी. हालांकि, सत्ता पक्ष ने दावा किया है कि हत्या स्थानीय अंदरूनी कलह का परिणाम थी. यह भी पढ़ें: West Bengal: पश्चिम बंगाल के मोयना में भाजपा नेता की हत्या
बुधवार सुबह भाजपा समर्थकों ने सड़क जाम कर और टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया. कई स्थानों पर वे दुकानदारों को अपनी दुकानें बंद करने के लिए मजबूर करते देखे गए, जबकि अन्य स्थानों पर आंदोलनकारियों ने पुलिस वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने के लिए रास्ते को अवरुद्ध कर दिया.
तमलुक के अनुमंडल पुलिस अधिकारी फोर्स के साथ मोयना पहुंचे, जिसके बाद पुलिस और भगवा विंग के कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुईं. मोयना के स्थानीय भाजपा विधायक अशोक डिंडा ने खुद एक स्थान पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया. वह मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों के साथ तीखी बहस करते नजर आए.
डिंडा ने मीडियाकर्मियों से कहा, हमारे बूथ अध्यक्ष का शव बरामद हुए लगभग 36 घंटे बीत चुके हैं और पुलिस ने अभी तक इस संबंध में एक भी गिरफ्तारी नहीं की है. इसके बजाय, पुलिस हत्यारों को बचाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों ने उनके शांतिपूर्ण आंदोलन का विरोध करने का प्रयास कर तनाव भड़काया है.
मृतक की पत्नी तुम्पा भुनिया ने आरोप लगाया कि उसे और परिवार के अन्य सदस्यों को सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं से लगातार धमकियां मिल रही हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई करने से हिचक रही है. इस बीच, पीड़ित परिवार ने भुनिया की हत्या की केंद्रीय जांच ब्यूरो से (सीबीआई) जांच की मांग करते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट में एक याचिका लगाई है. परिजनों ने केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने की भी मांग की है.