कोलकाता, 7 अप्रैल: पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के हंसखली में एक चौंकाने वाली घटना में तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता की शुक्रवार सुबह बदमाशों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक की पहचान अमोद अली बिस्वास के रूप में हुई है, जो हंसखली में तृणमूल का क्षेत्रीय उपाध्यक्ष था. यह भी पढ़ें: UP Shocker: प्रतापगढ़ में व्यवसायी की पीट-पीटकर हत्या, मामला दर्ज
चश्मदीदों के मुताबिक, बिस्वास शुक्रवार सुबह बाजार आया और चाय की दुकान पर चाय का ऑर्डर दिया, ऐसा वह रोज करता था. अचानक करीब आठ बाइक सवार बदमाशों की टोली मौके पर पहुंची और करीब से बिस्वास पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. सभी बदमाशों ने अपने चेहरे ढके हुए थे. खून से लथपथ बिस्वास की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि हमलावर वहां से फरार हो गए.
इलाके में गश्त कर रही पुलिस की बड़ी टुकड़ी के साथ शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है. बिस्वास के परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि उन पर पहले भी हमले हो चुके हैं. बिस्वास की पत्नी ने कहा, इलाके में उनके प्रतिद्वंद्वियों ने अतीत में तीन बार उन पर हमला किया था. हालांकि, वह तीनों मौकों पर भागने में सफल रहे. इस बीच, हत्या के बाद से राज्य में राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है. राज्य के वरिष्ठ भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि हत्या गुटबाजी और तृणमूल कांग्रेस में अंदरूनी कलह का नतीजा थी.
सिन्हा ने कहा, आने वाले पंचायत चुनाव से पहले राज्य के अलग-अलग हिस्सों में सत्ता पक्ष के अलग-अलग गुट अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके शिकार अक्सर पार्टी के अंदरूनी लोग ही होते हैं. दूसरी ओर, तृणमूल के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने दावा किया कि बिस्वास की हत्या के पीछे विपक्षी दलों के गुंडों का हाथ है. उन्होंने कहा, ''पंचायत चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियां जानबूझकर राज्य में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रही हैं.''