नई दिल्ली, 12 जनवरी: 15 जनवरी से शादियों के सीजन का अगला चरण शुरू होने से देश भर का व्यापारिक समुदाय काफी उत्साहित है और व्यापार की बेहतर संभावनाओं की उम्मीद कर रहा है. शादियों का सीजन 15 जनवरी से शुरू होकर 27 जून तक चलेगा. इस बार शादी के 53 शुभ मुहूर्त हैं और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) के अनुमान के मुताबिक, इस अवधि के दौरान पूरे देश में लगभग 70 लाख शादियां संपन्न की जाएंगी, जिसमें शादी की खरीदारी और विवाह संबंधी विभिन्न कार्यक्रमों के तहत लगभग 13 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. Retail Inflation Rate: आम जनता को बड़ी राहत, 1 साल में सबसे कम हुई महंगाई दर
अनुमान है कि अकेले दिल्ली में ही करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये के अनुमानित खर्च से 7 लाख से ज्यादा शादियां संपन्न होंगी. पिछले साल नवंबर-दिसंबर के दौरान देशभर में 3.75 लाख करोड़ रुपए खर्च कर 32 लाख शादियां संपन्न कराई गईं.
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया एवं महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि आने वाले विवाह सीजन में लगभग 10 लाख शादियों में प्रति विवाह अनुमानित 3 लाख रुपये, लगभग 10 लाख शादियों में प्रति विवाह लगभग 5 लाख, 15 लाख शादियों में प्रति विवाह 10 लाख रुपये, 10 लाख शादियों में प्रति विवाह 15 लाख रुपये खर्च होंगे, 10 लाख शादियों में प्रति विवाह 25 लाख रुपये, 10 लाख शादियों में प्रति विवाह 35 लाख रुपये, 3 लाख शादियों में प्रति शादी 50 लाख रुपये, जबकि 2 लाख शादियों में प्रत्येक शादी का खर्च 1 करोड़ रुपये या उससे अधिक होने का अनुमान है.
सीएआईटी ने कहा कि शादी के सीजन में कारोबार की अच्छी संभावनाओं को देखते हुए देश भर के व्यापारियों ने व्यापक तैयारी की है, वह पिछले साल के शादी के सीजन के रिकॉर्ड कारोबार के आंकड़ों से निकले सेंटीमेंट को जारी रखना चाहते हैं.