Water Bottles Not Allowed at Taj Mahal: ताजमहल देखने जानें वाले पर्यटकों के लिए खबर हैं. यदि वे अब ताजमहल देखने जा रहे हैं तो मुख्य गुंबद तक वे पानी की बोतल नहीं ले जा सकेंगे. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि एएसआई-सीआईएसएफ ने सुरक्षा कारणों के चलते यह फैसला लिया हैं. हालांकि ASI-CISF के फैसले का विरोध हो रहा है.
दरअसल सोमवार को सावन के तीसरे सोमवार पर, अखिल भारत हिन्हू महासभा की महिला शाखा की अध्यक्ष मीरा राठौर ताहमहल पहुंचीं और मकबरे के मुख्य स्थान के निकट भगवा रंग का कपड़ा लहराने लगीं. इसी दौरान, सीआईएसएफ कर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया. संगठन का दावा है कि ताजमहल के मुख्य मकबरे में गंगाजल चढ़ाने के बाद भगवा कपड़ा लहराया गया है. यह भी पढ़े: Ganga Jal On Tajmahal: दो युवकों ने ताजमहल के मकबरे में पहुंचकर गंगाजल चढ़ाया, सीआईएसएफ ने दोनों को किया गिरफ्तार-Video
वहीं कुछ दिन पहले, हिंदूवादी संगठन के एक पदाधिकारी गंगाजल चढ़ाने ताजमहल पहुंचे थे. हालांकि, सीआईएसएफ कर्मियों ने उन्हें रोक दिया था.
मामले में इससे पहले हिन्दू महासभा के मंडल अध्यक्ष मनीष पंडित और राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने कहा है की ,' तेजोमहालय में गंगाजल चढ़ाना हिन्दू महासभा का जन्मसिद्ध अधिकार है और आगे भी गंगाजल से अभिषेक होते रहेंगे.