कोरोना वायरस से जंग: भारतीय रेलवे ने 2,500 डिब्बों में तैयार किया 40,000 आइसोलेशन बेड
रेलवे ने तैयार किए आइसोलेशन बेड (Photo Credits: Twitter)

कोरोना वायरस एक चुनौती बनकर भारत पर मंडरा रहा है. इस वायरस ने अब तक 4000 से ज्यादा लोगों को अपने चपेट में ले चूका है. कोरोना का प्रकोप धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर रहा है. जिससे निपटने के सरकार का हर तंत्र पूरी मेहनत के साथ लगा हुआ है. फिर चाहे केंद्र की सरकार हो या फिर राज्य की सरकारें. इसी कड़ी में इंडियन रेलवे भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है. भारतीय रेलवे ने 2,500 डिब्बों में 40,000 आइसोलेशन बेड तैयार किए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि भारतीय रेलवे प्रतिदिन 375 बेड तैयार कर रहे हैं और यह देश भर में 133 स्थानों पर चल रहा है. रेलवे ने ‘प्रोटोटाइप को स्वीकृति मिलते ही जोनल रेलवे द्वारा काम शुरू कर दिया था.

बता दें कि यदि भविष्य में संक्रमित मरीजों की संख्या अधिक हो जाए तो किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसलिए ट्रेन की बोगियों को अस्पताल के वार्ड में बदलने का काम जोरशोर से चल रहा है. डिब्बों में चिकित्सीय परामर्श के अनुसार सभी चीजें उपलब्ध हैं. आवश्यकताओं और मानदंडों के अनुसार सर्वोत्तम संभव प्रवास और चिकित्सा पर्यवेक्षण सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.

ANI का ट्वीट:-

यही नहीं बल्कि रेलवे ने हर रोज अपनी 17 कार्यशालाओं में अब लगभग एक हजार व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPI) बनाने का लक्ष्य तय किया है. रेलवे को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) से पीपीई को बनाने की मंजूरी मिली है. पीपीई रेलवे के अस्पतालों में कोरोना वायरस के इलाज में लगे रेलवे चिकित्सकों और पैरामेडिक्स को आवश्यक सुरक्षा उपलब्ध करायेगा. (भाषा इनपुट )