Vivo 'मेक इन इंडिया' के तहत भारत में करेगा 7500 करोड़ का निवेश, हजारों युवकों को मिलेगा रोजगार
चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी वीवो (Vivo) ने भारत में अपने कारोबार को बढ़ाने का फैसला किया है. वीवो ने मंगलवार को कहा कि भारत में विनिर्माण क्षमता में तेजी लाने के लिए 3,500 करोड़ रुपये के निवेश की योजना है.
नई दिल्ली: चीनी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी वीवो (Vivo) ने भारत में अपने कारोबार को बढ़ाने का फैसला किया है. वीवो ने मंगलवार को कहा कि भारत में विनिर्माण क्षमता में तेजी लाने के लिए 3,500 करोड़ रुपये के निवेश की योजना है. इसके साथ ही वीवो देश के अंदर आने वाले कुछ वर्षों में 7,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इसके तहत कंपनी एक नया कारखाना लगाएगी. उसकी भारतीय बाजार में दो नये मोबाइल फोन भी जल्द ही लाने की योजना है.
वीवो इंडिया के डारेक्टर ब्रैंड स्ट्रैटिजी निपुन मार्या (Nipun Marya) ने एक बयान में कहा कि "हम शुरू से ही 'मेक इन इंडिया' के लिए प्रतिबद्ध हैं और कुछ समय से भारत में निर्माण कर रहे हैं. हमने भारत में अपने कारोबार में मजबूत वृद्धि देखी है. इसलिए हम अब निवेश को 4,000 रुपये से बढाकर 7,500 करोड़ रुपये कर रहे है. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि यह निवेश कितने समय में किया जाएगा.
उन्होंने आगे बताया कि विनिर्माण क्षेत्र का विकास बाजार में वृद्धि और मांग पर निर्भर करेगा. उन्होंने कहा, "हमारी विनिर्माण क्षमता का विस्तार चरणों में किया जाएगा. पहला चरण अगले महीने तैयार होगा जो हमारी मौजूदा क्षमता 25 मिलियन इकाइयों को सालाना 33.4 मिलियन तक ले जाएगा, और लगभग 2,700 नए रोजगार के अवसर पैदा करेगा."
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भारत में शीर्ष पांच स्मार्टफोन कंपनियों में शामिल वीवो पहले ही भारत में विनिर्माण में 400 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है. अभी वीवो का इंडिया में मुख्य हब ग्रेटर नोएडा में स्थित हैं. कंपनी का मौजूदा कारखाना 2.5 करोड़ मोबाइल बनाने की अपनी पूरी क्षमता पर काम कर रहा है. हालांकि कंपनी की ओर से साफ कहा गया है कि वह निवेश बढ़ती मांग को देखते हुए ही करेगी.