लखनऊ: विवेक तिवारी हत्याकांड मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. जिसने पुलिस की अबतक की कार्रवाई को लेकर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. दरअसल, विवेक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुलिस के अब तक के दावों को झूठा साबित किया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि विवेक को चेहरे के बांई तरफ प्वॉइंट-ब्लैंक रेंज से गोली मारी गई थी. जब कि पुलिस अभी तक कुछ अलग ही कहानी मीडिया के सामने रख रही थी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि विवेक को लगी गोली ऊपर से नीचे की तरफ चलाई गई थी. रिपोर्ट्स से सामने आया कि फायर करने वाले व्यक्ति का हाथ उस वक्त नीचे की ओर झुका हुआ था. रिपोर्ट में कहा गया कि गोली विवेक की ठोड़ी पर लगी और नीचे की तरफ जाकर गर्दन में लगी. यह भी पढ़ें- विवेक तिवारी हत्याकांड: सामने आया CCTV फुटेज, हुआ ये खुलासा
आत्मरक्षा के इरादे से नहीं हुई फायरिंग
रिपोर्ट्स आने पर साफ हो गया कि आरोपी सिपाही ने प्रशांत ने एक से डेढ़ फुट ऊंचे डिवाइडर पर खड़े होकर गोली मारी थी. इससे साफ है कि सिपाही सुरक्षित स्थान पर था और उसने हत्या के इरादे से ही फायर किया था.
रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि विवेक को काफी नजदीक से गोली मारी गई है. इसके अलावा विवेक की खोपड़ी के अंदर बुलेट पाई गई है, यानी विवेक की मौत एक्सीडेंट की वजह से नहीं बल्कि गोली लगने की वजह से हुई है. यह भी पढ़ें- विवेक तिवारी हत्याकांड: CM योगी से मिलीं कल्पना तिवारी, कहा- 'सरकार पर भरोसा बढ़ा है'
सना की बात हुई सच साबित
गौरतलब है कि पूर्व सहकर्मी सना शुरुआत से ही कहती आ रही थी कि आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी ने एक से डेढ़ फुट ऊंचे डिवाइडर पर खड़े होकर गोली मारी थी. सना की बात पोस्टमार्टम के बाद साफ हो गई. अभी तक पुलिस की और से यही कहा जाता रहा था कि आरोपी ने अपने बचाव में गोली चलाई थी. यह भी पढ़ें- संदिग्ध समझकर एप्पल कंपनी के एरिया मैनेजर को लखनऊ पुलिस ने मारी गोली, हुई मौत