VIDEO: बेंगलुरु में भारी बारिश से हाहाकार! ट्रैक्टर से बचाए गए लोग, स्कूल बंद, कंपनियों ने दिया वर्क फ्रॉम होम

बेंगलुरु: भारत की ‘सिलिकॉन वैली’ कही जाने वाली बेंगलुरु में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. कई इलाकों में जलभराव और सड़कों पर पानी भर जाने से वाहन फँस गए, जिससे राहत दलों को लोगों को बचाने के लिए ट्रैक्टर का सहारा लेना पड़ा.

यelahanka के उत्तरी हिस्से में स्थित केंद्रीय विहार अपार्टमेंट के निवासियों को ट्रैक्टर ट्रॉलियों के जरिए सुरक्षित निकाला गया. इस बचाव अभियान के वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर तेजी से वायरल हुए. एक यूजर ने सवाल उठाया, "यहाँ न सही नालियाँ हैं, न ही सड़कों की हालत ठीक है. हमारा टैक्स का पैसा आखिर कहाँ जा रहा है?"

उन्होंने कहा, "बालागेर रोड पर बुनियादी ढाँचे की कमी है. बच्चों को आज ट्रैक्टर में स्कूल छोड़ना पड़ा. प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए."

स्कूल बंद, वर्क फ्रॉम होम की सुविधा 

बुधवार सुबह 8:30 बजे तक बेंगलुरु में 24 घंटों के भीतर 66.1 मिमी बारिश दर्ज की गई. स्थिति को देखते हुए बेंगलुरु अर्बन जिले के स्कूल बंद कर दिए गए. साथ ही कई आईटी और निजी कंपनियों ने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दी.

नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील 

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने बारिश के चलते नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की और कहा कि सरकार स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.

उन्होंने कहा, "सरकार के पास इन समस्याओं को संभालने और समाधान निकालने की पूरी क्षमता है. मैं नागरिकों से अनुरोध करता हूँ कि बारिश के दौरान जरूरी सावधानियाँ बरतें, क्योंकि आज ट्रैफिक में भी दिक्कतें हो सकती हैं."

शिवकुमार ने यह भी बताया कि वह शाम को पुलिस, BBMP (ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिका), फायर डिपार्टमेंट और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा करेंगे.

सामान्य जीवन पर बारिश का असर 

बेंगलुरु के साथ-साथ कर्नाटक के कई अन्य हिस्सों में भी लगातार बारिश से हालात बिगड़ गए हैं. सड़कों पर जलभराव और यातायात जाम ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है. लोगों ने प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की है ताकि हर साल होने वाली इस समस्या से बचा जा सके.