बिहार के बेगूसराय स्थित बाराैली जंक्शन पर शनिवार को एक दर्दनाक हादसे में रेलवे पोर्टर की जान चली गई. मृतक की पहचान अमर कुमार राव के रूप में हुई, जो सोनपुर रेलवे डिवीजन के तहत इस स्टेशन पर कार्यरत थे. हादसा तब हुआ जब अमर राव प्लेटफार्म 5 पर अपनी ड्यूटी निभा रहे थे और लखनऊ-बाराैली एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या: 15204) लखनऊ जंक्शन से स्टेशन पर पहुँची थी.
रेलवे सूत्रों के अनुसार, दुर्घटना उस समय हुई जब अमर राव ट्रेन के दो डिब्बों के बीच कपलिंग खोलने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान, ट्रेन अचानक रिवर्स हुई और अमर दो डिब्बों के बीच फंस गए. यह घटना देखकर मौजूद लोग शोर मचाने लगे, लेकिन ट्रेन चालक ने स्थिति को संभालने के बजाय तुरंत ट्रेन छोड़कर घटनास्थल से भाग गया, जिससे अमर को बचाने का कोई प्रयास नहीं हो पाया.
घटना की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी सामने आई हैं, जिनमें अमर राव को दो डिब्बों के बीच फंसा हुआ देखा जा सकता है, जबकि वहां मौजूद लोग मोबाइल से तस्वीरें लेते नजर आ रहे हैं. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है, ताकि ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें.
दर्दनाक हादसा!
बिहार के बेगूसराय में बरौनी जंक्शन पर ट्रेन के शंटिंग के दौरान एक पोर्टर की मौत हो गई. ये हादसा सोनपुर रेल मंडल अंतर्गत बरौनी जंक्शन पर हुआ है. जानकारी के अनुसार गाड़ी संख्या 15204 लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस के शंटिंग के दौरान पोर्टर हादसे का शिकार हो गया#bihar… pic.twitter.com/sMaxmOUr5I
— NDTV India (@ndtvindia) November 9, 2024
रेलवे प्रशासन की लापरवाही और अमर के परिवार की उम्मीदें
यह घटना रेलवे प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है. अमर जैसे हजारों पोर्टर अपने जीवन को खतरे में डालकर कार्य करते हैं, लेकिन ऐसे हादसों से उनका भविष्य असुरक्षित नजर आता है. अमर राव के परिवार को न्याय की उम्मीद है और वे रेलवे प्रशासन से इस हादसे के लिए जिम्मेदारी लेने की मांग कर रहे हैं.