Lucknow Building Collapse: अब तक 14 लोग मलबे से निकाले गए, कई अभी भी दबे हुए
Lucknow Building Collapse (Photo: ANI

Lucknow Building Collapse: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के हजरतगंज इलाके में मंगलवार की शाम को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक बहुमंजिला आवासीय इमारत अचानक भरभरा कर ढह गई और उसके मलबे में कई लोग दब गए. इस इमारत से अब तक 14 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और तीन-चार लोगों के अभी और दबे होने की संभावना है, जिसके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक यह हादसा शाम करीब छह बजकर 45 मिनट पर हुआ. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बचाव वाहनों को शुरुआत में घटनास्थल तक पहुंचने में मुश्किल हो रही थी क्योंकि सड़क अपेक्षाकृत संकरी थी. हालांकि, जैसे ही हादसे की खबर फैली, स्थानीय निवासियों और आसपास के अन्य आगंतुकों ने अपने चारपहिया वाहनों को सड़क से हटा कर उसे खाली कर दिया.

बचाव कार्य में लगे एक दमकल कर्मी ने बताया, "जिस जगह इमारत गिरी थी, वहां एक महिला दबी हुई थी, जिसे हमने ईंट तोड़कर और लकड़ी काटकर बाहर निकाला. वह सुरक्षित है." इलाके की रहने वाली अनुजा ने बताया "मैं अपने फ्लैट में थी. शाम करीब छह बजकर 47 मिनट पर हमें कम्पन महसूस हुआ. मुझे लगा कि यह भूकंप के कारण हुआ है. लेकिन मुझे घर से बाहर आने के लिए इसलिए कहा गया, क्योंकि पास का एक अपार्टमेंट ढह गया था. अपार्टमेंट में लगभग सात-आठ परिवार रह रहे थे."

लखनऊ बिल्डिंग हादसे में से अब तक कुल 14 लोगों को बाहर निकला लिया गया है. प्रशासन की मानें तो 3 से 4 लोग अभी और दबे रह सकते हैं. बीती रात डॉक्टरों की टीम ने मलबे के नीचे ऑक्सीजन पहुंचाया था, क्योंकि जो लोग नीचे मलबे में फंसे होंगे, उन्हें सांस लेने में दिक्कत ना हो.

बताया जा रहा है कि ये हादसा भूकंप की वजह से हुआ है. दरअसल, आज दिन नेपाल से लेकर भारत तक भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. इस प्राकृतिक आपदा के कुछ घंटे बाद ही लखनऊ में ये हादसा हो गया.

बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और नेता शाहिद मंजूर का परिवार भी इसी बिल्डिंग में रहता था. जब इमारत गिरी तो सपा नेता अब्बास हैदर के पिता और कांग्रेस नेता अमीर हैदर और उनकी पत्नी भी बिल्डिंग में मौजूद थे.