लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर हिंसा के दौरान मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह (Akhilesh Narayan Singh) द्वारा मुस्लिम प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान चले जाओं को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसका चौतरफा विरोध हो रहा है. हर कोई कह रहा है कि एक बड़े अधिकारी को इस भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए थे. वहीं मामले को तूल पकड़ता देख मेरठ के एडीजी प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) सफाई में सामने आये हैं. उन्होंने कहा कि घटना के समय भारत विरोधी नारे लगाये जा रहे थे. ऐसे में पुलिस अधिकारियों ने घटना के समय बहुत ही संयम बरता.
मीडिया के बातचीत में एडीजी ने कहा कि घटना के समय “पत्थरबाजी की जा रही थी. भारत विरोधी और पड़ोसी देश के समर्थन में नारे लगाए जा रहे. जो स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो चुकी थी. इसके बाद भी उनके अधिकारी संयम बरता और लोगों पर गोली नहीं चलाई. उन्होंने यह भी कहा कि हां अगर स्थिति सामान्य होती तो शब्दों का चयन बेहतर होता. यह भी पढ़े: नागरिकता संशोधन कानून: उत्तर प्रदेश ने पेश की सरकारी रिपोर्ट, कहा- CAA विरोधी प्रदर्शन में गुस्सा जरुर, लेकिन ज्यादातर हिंसा संगठित
Prashant Kumar,ADG Meerut: Yes if situation was normal then choice of words could have been better, but that day the situation was extremely volatile,our officers showed a lot of restraint,there was no firing by Police. (2/2) https://t.co/B4HLcj6q6M
— ANI UP (@ANINewsUP) December 28, 2019
प्रियंका गांधी ने मेरठ एसपी सिटी के बयान की निंदा दी:
मेरठ एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह के इस बयान को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने निंदा की है. उन्होंने कहा- “भारत का संविधान किसी भी नागरिक के साथ इस भाषा के प्रयोग की इजाजत नहीं देता और जब आप अहम पद पर बैठे अधिकारी हैं तब तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है.
भारत का संविधान किसी भी नागरिक के साथ इस भाषा के प्रयोग की इजाजत नहीं देता और जब आप अहम पद पर बैठे अधिकारी हैं तब तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।
भाजपा ने संस्थाओं में इस कदर साम्प्रदायिक जहर घोला है कि आज अफसरों को संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं है pic.twitter.com/aR1L6bgSbG
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 28, 2019
बता दें कि 20 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के मेरठ में नागरिकता कानून के विरोध में लोग प्रदर्शन कर रहे थे. जिस इलाके में प्रदर्शनकारी प्रदर्शन का रहे थे. उस इलाके में मेरठ एसपी (सिटी) अखिलेश नारायण सिंह अपने कुछ साथियों के साथ पहुंचे. वायरल वीडियो के अनुसार वे लोगों को पाकिस्तान जाने और उनका करियर को तबाह करने की धमकी देते दिख रहे हैं. वहीं अब लोगों के बीच वायरल हो रहे इस वीडियो के बाद मेरठ एसपी (सिटी) ने भी इस वीडियों को लेकर उन्होंने ने भी सफाई दी है. उनका कहना है कि प्रतिक्रियास्वरूप, मैंने यह सलाह दी कि यह बेहतर होगा कि पाकिस्तान चले जाएं जिस देश के के समर्थन में वे नारे लगा रहे थे.