Uttar Pradesh सरकार डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाकर करेगी 70 वर्ष
उत्तर प्रदेश में मेडिकल स्टाफ की कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष करने का निर्णय लिया है. उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि कैबिनेट जल्द ही इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित करेगी, क्योंकि सरकार का मानना है कि इससे राज्य को अधिक अनुभवी डॉक्टरों के साथ कोरोना महामारी और अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद मिलेगी.
लखनऊ, 19 सितम्बर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में मेडिकल स्टाफ की कमी को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष करने का निर्णय लिया है. उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Khanna) ने कहा कि कैबिनेट जल्द ही इस संबंध में एक प्रस्ताव पारित करेगी, क्योंकि सरकार का मानना है कि इससे राज्य को अधिक अनुभवी डॉक्टरों के साथ कोरोना महामारी और अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद मिलेगी.यह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश के सुरक्षा और सुशासन मॉडल की दुनिया भर में हो रही सराहना : मुख्यमंत्री योगी
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि इस समय अधिक अनुभव वाले डॉक्टरों की जरूरत है. उन्होंने कहा, "सेवानिवृत्ति के बाद डॉक्टर अपने निजी क्लीनिक खोलते हैं, लेकिन बेहतर होगा कि वे हमें अपनी सेवाएं दें. इसे ध्यान में रखते हुए, हमने प्रस्ताव तैयार किया है. योगी आदित्यनाथ ने भी इस पर अपनी सहमति दी है और जल्द ही इसे कैबिनेट मंजूरी दे दी जाएगी. "
मंत्री ने आगे कहा, "योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने कार्यकाल में अब तक के लोक संकल्प पत्र के हर वादे को पूरा किया है. अभी कोरोना को लेकर दूसरे राज्यों के हालात बहुत खराब हैं, लेकिन आज यूपी में 35 से ज्यादा ऐसे जिले हैं, जो कोरोना से मुक्त हो चुके हैं.""टीकाकरण के मामले में भी हमने बाकी राज्यों को बहुत पीछे छोड़ दिया है. आज यूपी में 50 प्रतिशत से अधिक आबादी ने वैक्सीन की पहली खुराक ले ली है. इस सरकार द्वारा खोले गए जितने मेडिकल कॉलेजों खोले गये, उतने पिछली किसी सरकार में नहीं खोले गए. "