Uttar Pradesh Ganesh Chaturthi: श्रद्धालू हर साल गणेश चतुर्थी का पूरे उत्साह के साथ इंतजार करते हैं लेकिन कोरोना वायरस के चलते पिछले दो सालों में सालों में गणपति महोत्सव (ganesh utsav) कुछ बदलाव देखने को मिले हैं. कोविड गाइडलाइन के बाद चाक चौबारों में में भीड़ प्रतिबंधित कर दी गई है. साथ बड़े पांडाल और आयोजन की अनुमति भी नहीं है. इस साल भी 10 सितंबर से गणपति चतुर्थी शुरू हो रही है लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने गाइडलाइन जारी कर बड़े महोत्सव और आयोजनों पर रोक लगा दी है.
कब से कब चलेगा गणेश महोत्सव?
यूं तो गणेश उत्सव महाराष्ट्र में काफी धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन महाराष्ट्र की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए पूरे देश ने इस परंपरा को ओढ़ लिया और हर साल गणपति आगमन का बेसब्री से इंतजार करते हैं. इस वर्ष 10 सितंबर 2021 को गणेश मूर्ति की स्थापना होगी जबकि 19 सितंबर 2021 को गणेश महोत्सव का समापन होगा.
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गणेश महोत्सव क्यों है खास?
इतिहासकारों की मानें तो गणेश महोत्सव मनाने की शुरुआत 1630-1680 के बीच शुरु हुई. उस वक्त सामाजिक समारोह के रूप मे इस पर्व को मनाया जाता था. जहां एक तरफ मराठा सम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी के वक्त उनके कुलदेवता के रूप में गणपति की पूजा होती थी, तो वही दूसरी तरफ पेशवाओं के अंत के बाद ये एक पारिवारिक उत्सव बन गया.
बात पौराणिक कथाओं की करें, तो इनके अनुसार इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था और इस दिन को विनायक चुतर्थी या गणेश चौथ के नाम से भी जाना जाता है. भारत के दक्षिणी और पश्चिमी राज्यो में इस पर्व पर एक अलग ही धूम और उत्साह देखने को मिलता है.
उत्तर प्रदेश में गणेश महोत्सव के लिए जारी गाइडलाइन
• गणेश चतुर्थी पर पूजा पंडाल में कोई मूर्ति स्थापित नहीं की जाएगी, न ही कोई शोभायात्रा निकाली जाएगी.
• साथ ही धर्मगुरुओं से संवाद स्थापित कर और पीस कमेटी की बैठक कराकर कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन कराने के लिए कहा गया है.
• किसी भी धार्मिक स्थल पर भीड़ एकत्रित न होने दिया जाए. संवेदनशील, सांप्रदायिक व कंटेनमेंट जोन में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाए.
• अफ़वाह फैलाने वालों पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश.
• 24 घंटो इंटरनेट पर बनाए रखने की सख्ती. किसी भी भड़काऊ बयान पर तत्काल एक्शन.
• सादी वर्दी में पुरुष और महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाए.
• मोटर वाहन नियमों में सख्ती की जाए.
• धारा 144 लगाते हुए कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें.
• जनसुविधाएं, बिजली, पानी पर विशेष ध्यान रखा जाए.