लखनऊ, 15 नवंबर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में बीते शनिवार को लोगों ने धूमधाम से दीपावली (Diwali) के पर्व को मनाया. इस दौरान प्रशासन द्वारा राज्य के कई जिलों में पटाखों की बिक्री एवं उपयोग पर लगाए गए प्रतिबंध के बावजूद दीपावली की सुबह सड़कों पर पटाखों के अवशेष दिखाई दिए. बता दें कि राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के कई शहरों में वायु प्रदूषण (Air pollution) से लोगों का हाल बेहाल है. ऐसे में दीपावली की शाम लोगों द्वारा पटाखों के जलाए जानें से इसमें और वृद्धि हुई है.
दीपावली की सुबह नोएडा (Noida) और गाजियाबाद (Ghaziabad) में वायु की गुणवत्ता 'गंभीर' मापी गई है. वहीं राज्य से सटे पड़ोसी शहरों में भी प्रदूषण से स्थिति बहुत खराब है. योगी सरकार ने स्थिति को पहले ही भापते हुए राज्य के कई शहरों में 30 नवंबर तक पटाखों की बिक्री एवं उपयोग पर प्रतिबंध लगाए थे. इन शहरों में एनसीआर, मुजफ्फरनगर, आगरा, वाराणसी, मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, कानपुर, लखनऊ, मुरादाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, बागपत, बुलंदशहर शामिल है.
Fire crackers waste seen on the streets of Varanasi post #Diwali celebrations.
State govt has imposed a ban on sale/use of crackers in NCR, Muzaffarnagar,Agra,Varanasi, Meerut,Hapur, Ghaziabad, Kanpur, Lucknow,Moradabad, Noida, Greater Noida, Baghpat, Bulandshahr - till Nov end pic.twitter.com/P6DyNMzcxL
— ANI UP (@ANINewsUP) November 15, 2020
यह भी पढ़ें- देश की खबरें | उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से 29 और मरीजों की मौत, 2,361 नए मामले सामने आए
खबर के अनुसार राज्य के गाजियाबाद शहर में बीती रात लोगों द्वारा लगातार पटाखे जलाए गए. शहर की ही रहने वाली एक महिला ने बताया कि बीती रात किसी ने भी एनजीटी का आदेश नहीं माना और न ही किसी को पर्यावरण की फिक्र दिखी. लोगों ने प्रशासन द्वारा मना किए जानें के बावजूद ताबड़तोड़ पटाखे जलाए.
बता दें कि गाजियाबाद देश की सबसे वायु प्रदूषित शहरों में एक है. यहां की हवा में सांस लेना बेहद खतरनाक है. डाक्टर मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दे रहे हैं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बीते शनिवार गाजियाबाद शहर को देश का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया था.