आगरा: कोरोना (COVID-19) की संभावित तीसरी लहर के खतरे के बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में डेंगू कहर बरपा रहा है. डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. फिरोजाबाद में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. वहीं अन्य जिलों में भी स्थिति नाजुक बनी हुई है. इस बीच आगरा में डेंगू के एक दर्जन से अधिक मामले पाए गए हैं. आगरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया, "डेंगू के 16 मामलों में से 6 मरीजों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि बाकी अपने-अपने घरों में हैं. कुछ मरीज ठीक भी हुए हैं और अब तक किसी की मौत नहीं हुई है." Health Tips: कोरोना के बीच डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया सहित निपाह वायरस बन सकता है बड़ा खतरा, ऐसे करें इन बीमारियों से अपना बचाव.
अरुण कुमार ने बताया कि डेंगू के प्रसार से निपटने के लिए डोर-टू-डोर सर्वेक्षण और फॉगिंग की प्रक्रिया जारी है. उन्होंने बताया कि, घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है और सभी संदिग्ध मामलों का तुरंत इलाज किया जा रहा है."
आगरा से लगभग 50 किमी दूर फिरोजाबाद में पिछले तीन हफ्तों से डेंगू और घातक वायरल बुखार का प्रकोप जारी है, जिसमें ज्यादातर पीड़ित बच्चे हैं. सरकार ने कहा है कि बीमारी से अब तक 57 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें ज्यादातर बच्चे हैं और 404 मरीजों का इलाज मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. शुक्रवार को 120 नए मरीजों को भर्ती किया गया, जबकि 102 लोगों को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई.
इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को फिरोजाबाद में नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी को बिना किसी पूर्व सूचना के ड्यूटी से अनुपस्थित रहने पर सस्पेंड कर दिया और अनाधिकृत चिकित्सकों के क्लीनिकों को भी सील कर दिया.