बिजनौर (यूपी): यूपी पुलिस (UP Police) ने बिजनौर (Bijnor) में एक दुर्लभ प्रजाति के पैंगोलिन (Pangolin) की तस्करी के आरोप में बिहार (Bihar) से एक विशेष कार्य बल (STF) के एक जवान और 14 अन्य को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने इसे काला बाजारी (Black Marketing) में एक करोड़ रुपये में बेचने की योजना बनाई थी. पैंगोलिन की 'सुरक्षा और सुरक्षित मार्ग' के लिए, संदिग्धों ने एसटीएफ जवान को 10 लाख रुपये में 'हायर' किया था. Uttar Pradesh: पटाखे बनाने वाली फैक्टरी में विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हुई
बिजनौर के एसपी धर्मवीर सिंह ने कहा कि पैंगोलिन को चार दिन पहले नजीबाबाद संभाग के वन क्षेत्र से पकड़ा गया था. जब पुलिस ने ठिकाने पर छापा मारा तो यूपी, हरियाणा और बिहार के अठारह लोग नगीना देहात थाना क्षेत्र के बनोवली गांव में खरीदारी में शामिल थे. नजीबाबाद से तीन और बिहार से एक तस्कर फरार है.
एसपी ने कहा, "18 लोगों के खिलाफ वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. शिकारियों ने इसे 1 करोड़ रुपये में बेचने की योजना बनाई थी. तीन कारें, 11 महंगे सेल फोन और तीन वन्यजीव तस्करी में इस्तेमाल होने वाले कीपैड भी जब्त किए गए."
वन्यजीव अधिनियम की अनुसूची-1 के तहत लुप्तप्राय प्रजातियों के रूप में सूचीबद्ध, पैंगोलिन को उसके मांस के लिए अवैध शिकार किया जाता है और पारंपरिक दवा के रूप में उपयोग किया जाता है. यह निशाचर है और चींटियों और दीमकों को खाता है.