लखनऊ: बीएसपी प्रमुख मायावती (Mayawati) के प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जाहिर करने के कुछ घंटों बाद एसपी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह भी यही चाहते थे और पिछली बार (2019 आम चुनाव में) इसी लिए उनकी पार्टी के साथ गठबंधन किया था. अखिलेश ने कहा कि अगर उनका गठबंधन जारी रहता, तो बसपा और डॉ भीम राव अंबेडकर के अनुयायियों ने देखा होता कि कौन प्रधानमंत्री बनता. अखिलेश यादव के इस बयान के बाद मायावती ने एसपी प्रमुख पर तंज कसते हुए पलटवार किया है.
बीएसपी प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया, लिखा,इसके साथ ही, जो पिछले हुये लोकसभा आमचुनाव में, बी.एस.पी. से गठबन्धन करके भी, यहाँ खुद 5 सीटें ही जीत सके हैं, तो फिर वो बी.एस.पी. की मुखिया को कैसे पीएम बना पायेंगे? अतः इनको ऐसे बचकाने बयान देना बन्द करना चाहिये. यह भी पढ़े: UP: अखिलेश यादव का पलटवार, कहा- मैं भी चाहता था मायावती प्रधानमंत्री बनें, इसलिए 2019 में किया था गठबंधन
2. इसके साथ ही, जो पिछले हुये लोकसभा आमचुनाव में, बी.एस.पी. से गठबन्धन करके भी, यहाँ खुद 5 सीटें ही जीत सके हैं, तो फिर वो बी.एस.पी. की मुखिया को कैसे पीएम बना पायेंगे? अतः इनको ऐसे बचकाने बयान देना बन्द करना चाहिये। 2/3
— Mayawati (@Mayawati) April 29, 2022
वहीं मायावती ने आगे लिखा, मैं आगे सीएम व पीएम बनूं या ना बनूं, लेकिन मैं अपने कमजोर व उपेक्षित वर्गों के हितों में देश का राष्ट्रपति कतई भी नहीं बन सकती हूँ. अतः अब यूपी में सपा का सीएम बनने का सपना कभी भी पूरा नहीं हो सकता है
मायावती यही नहीं रुकी. उन्होंने आगे लिखा सपा मुखिया यूपी में मुस्लिम व यादव समाज का पूरा वोट लेकर तथा कई-कई पार्टियों से गठबन्धन करके भी जब अपना सीएम बनने का सपना पूरा नहीं कर सके हैं, तो फिर वो दूसरों का पीएम बनने का सपना कैसे पूरा कर सकते हैं.
वहीं इससे पहले मायावती ने कहा था, ''मैं आने वाले दिनों में सिर्फ उप्र का मुख्यमंत्री और देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख सकती हूं लेकिन राष्ट्रपति बनने का सपना कभी नहीं देख सकती .'' राज्य में चलाए जा रहे बुल्डोजर के बारे में यादव ने आरोप लगाया कि 'जाति और धर्म' को देखते हुए कार्रवाई की जा रही हैं . (इनपुट एजेंसी के साथ)