मुरादाबाद: भाजपा (NJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने समाजवादी पार्टी (SP) पर निशाना साधा और कहा कि इनकी सरकार में भूमि माफिया का राज था. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने शनिवार को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हापुड़ और मुरादाबाद (Moradabad) में आयोजित जन-सभाओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि सपा-बसपा (BSP) की सरकार में गुंडा और माफिया राज ने पूरे प्रदेश को अपनी गिरफ्त में ले लिया था. उत्तर प्रदेश की जनता आज भी मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) दंगे और कैराना से पलायन के दंश को भूली नहीं है. उन्होंने कहा कि सपा सरकार में भूमि माफिया का राज था. UP Elections 2022: भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी का बड़ा बयान, कहा- यूपी में BJP के ‘मोदी-योगी’ फैक्टर ने ‘मुस्लिम-यादव’ फैक्टर की जगह ली
उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे पर तो सुप्रीम कोर्ट ने भी सपा की अखिलेश सरकार को फटकार लगाई थी कि ये दंगे सपा सरकार की नाकामी का नतीजा है. सुप्रीम कोर्ट ने तब यह भी कहा था कि दंगा पीड़ितों को मुआवजा देने में भी सपा सरकार की ओर से इस तरह व्यवस्था की गई कि एक धर्म विशेष के लोगों को ही लाभ मिले.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सपा सरकार की लापरवाही के साथ-साथ मुजफरनगर की त्रासदी प्रशासनिक नाकामी भी है. ये सारी बातें इस चीज को दर्शाती हैं कि किस तरीके से उस समय की अखिलेश यादव सरकार काम करती थी और आज योगी आदित्यनाथ सरकार कैसे काम करती है.
नड्डा ने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगे के बाद दंगे के आरोपी मौलाना को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ बुलाकर मेहमाननवाजी की थी. ये था सपा सरकार का तुष्टिकरण. अखिलेश सरकार ने दंगों में भी पक्षपात रवैया अपनाया. दंगों में लगभग 90 जानें गई, हजारों लोग विस्थापित हुए. इसी तरह कैराना में लोगों को पलायन होने को मजबूर होना पड़ा. आज न तो दंगे हैं न माफिया. यही सरकार-सरकार में अंतर है. आप जब वोट देने जाएं तो इन बातों को जरूर सोचना. फर्क साफ है - सोच ईमानदार है, काम दमदार है और काम असरदार है.
अखिलेश यादव सरकार पर हमला जारी रखते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उस समय माफिया दनदनाते रहते थे, आज माफिया दिखते नरीह हैं. वे या तो जेल में हैं या उत्तर प्रदेश की सीमाओं से बाहर. ये जो जेल से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, वे आखिर सपा को इतने प्यारे क्यों हैं? सपा को जेल में रहने वालों को टिकट क्यों देना पड़ रहा है? इन लोगों ने मिल कर उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को बर्बाद कर के रख दिया था.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था विगत पांच वर्षों में 7वें से दूसरे स्थान पर आ गई है, दो एम्स बने हैं और मेडिकल कॉलेज की संख्या 15 से 59 पहुंच गई है. पिछले पांच वर्षों में पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स हैं और जेवर में एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन रहा है. ये सिर्फ एयरपोर्ट नहीं है, बल्कि विकास का माध्यम है.
इससे लगभग एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. विगत पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश में पांच नए एक्सप्रेस-वे बने हैं और ये एक्सप्रेस-वे केवल हाइवे नहीं, बल्कि विकास की गंगा है. प्रोडक्ट लिंक इंसेंटिव के माध्यम से लाखों रोजगार सृजित किये जा रहे हैं. लगभग ढाई लाख करोड़ रुपये एमएसपी पर फसलों की खरीद के लिए आवंटित किया गया है. हर घर नल से जल पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन योजना के तहत लगभग 60,000 करोड़ रुपये इस बजट में आवंटित किए गए हैं.