Union Minister Suresh Angadi Dies: केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी का कोरोना से निधन, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी, सहित इन नेताओं ने जताया दुख
कोरोना महामारी एक के बाद एक लोगों को अपनी चेपेट में लेते जा रही हैं. इस महामारी के चपेट में केंद्रीय रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी भी आ गए (Union Minister Suresh Angadi) थे. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्होंने खुद ट्वीट करके उसकी जानकारी दी थी. लेकिन दुःख की खबर है कि इलाज के दौरान बुधवार रात उनका निधन हो गया हो. उनके निधन पर लोगों ने दुःख जताते हुए श्रधांजली दी है.
नई दिल्ली: कोरोना महामारी एक के बाद एक लोगों को अपनी चेपेट में लेते ही जा रही हैं. इस महामारी की चपेट में केंद्रीय रेल राज्यमंत्री सुरेश अंगड़ी भी आ गए (Union State Minister Suresh Angadi) थे. 11 सितंबर को कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) पाए जाने के बाद उनका इलाज दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में चला रहा था. लेकिन बुधवार की देर शाम उनकी तबियत अचानक से बिगड़ने के कुछ समय बाद उनका निधन हो गया. उनके निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आदि नेताओं ने दुःख प्रकट करते हुए श्रद्धांजलि दी है.
सुरेश अंगड़ी के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, उन्होंने लिखा केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ सांसद श्री सुरेश अंगड़ी के असामयिक निधन के समाचार से स्तब्ध हूं. यह जन-सेवा के क्षेत्र की, विशेष रूप से कर्नाटक के लोगों के लिए एक त्रासद हानि है. मेरी शोक-संवेदना उनके शोकाकुल परिवार, सहकर्मियों और असंख्य सहयोगियों के साथ है. यह भी पढ़े: Union Minister Suresh Angadi Passes Away due to COVID-19: केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी का निधन, कोरोना से थे संक्रमित
वहीं सुरेश अंगड़ी के निधन पर पीएम मोदी ने भी दुःख जताया, उन्होंने ट्वीट कर लिखा ''सुरेश अंगड़ी एक असाधारण कार्यकर्ता थे, जिन्होंने कर्नाटक में पार्टी को मजबूत बनाने के लिए कड़ी मेहनत की. वह एक समर्पित सांसद और प्रभावी मंत्री थे. उनका निधन दुखद है. इस दुख की घड़ी में परिवार और दोस्तों के साथ हूं. ओम् शांति.''.
सुरेश अंगड़ी के निधन पर पीएम मोदी ने जताया दुःख:
राजनाथ सिंह ने जताया दुःख:
राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने दी श्रद्धांजलि:
बता दें कि रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी का जन्म कर्नाटक के बेलगावी जिले के केके कोप्पा नामक गांव में एक जून 1955 को हुआ था. वकालत की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखने के कुछ साल बाद बीजेपी की तरफ से बेलगाम सीट से 2004 में पहली बार टिकट दिया गया. जिस चुनाव को वे जीतने के कामयाब हुए. जिससे बाद से वे लगातर इस सीट से 4 बार चुनाव जीतते आ रहे थे.