
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर तेजी के साथ बढ़ रही हैं. जिसके चलते दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत कई राज्यों में बेड्स के साथ ही वेंटिलेटर और इलाज के लिए ऑक्सीजन कम पड़ने लगे हैं. जिसको लेकर पूरे देश में हाहाकार मची हुई हैं. क्योंकि अस्पतालों में ऑक्सीजन कम पड़ने की वजह से अस्पताल में भर्ती होने के लिए आने वाले मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. इस बीच कई राज्यों से खबर मिली की ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली गाड़ियों को बीच में ही रोक लिया जा रहा है. इस खबर के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को शुक्रवार को इस मामले में एक पत्र लिखा हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से लिखे पत्र में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा कि ऑक्सीजन ले जाने वाले वाहनों को पर्याप्त सुरक्षा राज्य की सरकारें दे, वहीं इसके साथ ही पत्र में लिखा गया कि इस तरह के वाहनों के लिए विशेष गलियारों पर विचार करने और इन वाहनों को एम्बुलेंस की सुविधा दे. पत्र केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से गृह सचिव अजय भल्ला (Ajay Bhalla) ने लिखा हैं. जिस पत्र में केंद्र सरकार की तरफ से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों यह अनुरोध किया गया है. यह भी पढ़े: Corona in Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में बेड, आईसीयू और ऑक्सीजन बढ़ाने पर दिया जोर
#COVID19 | Union Home Secretary Ajay Bhalla writes to all states and UTs to provide adequate security to oxygen-transporting vehicles, and to make provisions for exclusive corridors for such transportation, treating these vehicles like ambulances. pic.twitter.com/NMs5Hacl8q
— ANI (@ANI) April 23, 2021
वहीं ऑक्सीजन और बेड्स जैसी समस्या को लेकर शुक्रवार को पीएम मोदी ने टॉप अधिकारियों के बाद राज्य के मुख्यमंत्रियों और ऑक्सीजन निर्माताओं के साथ बैठक की. ताकि किसी भी राज्य को ऑक्सीजन को लेकर परेशान ना होना पड़े. वहीं शाम होते- होते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोना मामलों में तेज वृद्धि से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और चिकित्सा उद्देश्यों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के विभिन्न उपायों के लिए निर्देश दिया है.
बता दें कि कोरोना वायरस के मामले महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में इसके मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. इन दोनों राज्यों में कोरोना के मामले तेजी के साथ बढ़ने की वजह से अस्पतालों में बेड्स के साथ ही ऑक्सीजन की समस्या की आ रही है. क्योंकि इस दोनों राज्यों में बड़ी संख्या में लोग कोरोना संक्रमित मरीज अस्पतालों में भर्ती होने के लिए आने की वजह से ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई हैं. ऐसे में इन दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री से पीएम मोदी से बातचीत में आग्रह किया है कि उन्हें अन्य राज्यों से ज्यादा ऑक्सीजन मुहैया कराया जाए. ताकि लोगों की जान बचाई जा सके.