UNGA Vote on Gaza Ceasefire: फिलिस्तीन और इजराइल के बीच जारी जंग को रोकने के लिए शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव जारी किया गया. जिस प्रस्ताव में दोनों देशों के बीच युद्ध को विराम लगाने को लेकर प्रस्ताव रखा गया. इस प्रस्ताव पर पाकिस्तान, बंगलादेश, ईरान, क़तर समेत कई देशों ने समर्थन किया. लेकिन भारत ने इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया और इसके खिलाफ वोट किया है. इजराइल का समर्थन करने पर सरकार विपक्ष के निशाने पर मोदी सरकार आ गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी भारत सरकार के इस फैसले पर विरोध जताया है.
मुंबई में मीडिया से बातचीत में एनसीपी प्रमुख ने कहा कि फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत सरकार के बीच भ्रम की स्थिति है. भारत की नीति फिलिस्तीन का समर्थन करने की थी, इजरायल का नहीं. (फिलिस्तीन में) हजारों लोग मर रहे हैं और भारत कभी इसका समर्थन नहीं किया. इसलिए मौजूदा सरकार में असमंजस की स्थिति है. अपने बयान में शरद पवार ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा. यह भी पढ़े: Israel-Hamas War: UNGA में इजरायल को मिला भारत का साथ, महासभा में फ़िलिस्तीन के समर्थन वाले प्रस्ताव के खिलाफ किया वोट (Watch VIDEO)
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#WATCH | On the Israel-Hamas conflict, NCP chief Sharad Pawar says, "...there is confusion among the Indian government on the Palestine issue. India's policy was to support Palestine, not Israel. Thousands of people are dying (in Palestine) and India never supported it. So there… pic.twitter.com/5WUUbOOr7w
— ANI (@ANI) October 28, 2023
शरद पवार से पहले कांग्रेस महसचिव प्रियंका गांधी ने भी इजराइल का समर्थन करने पर भारत के प्रति नाराजगी जाहिर की. प्रियंका गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा , प्रियंका गांधी ने कहा, ''आंख के बदले आंख पूरी दुनिया को अंधा बना देती है'', महात्मा गांधी. मैं स्तब्ध और शर्मिंदा हूं कि हमारे देश ने गाजा में युद्धविराम के लिए मतदान नहीं किया.'' भारत के सिद्धांतों की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि हमारा देश अहिंसा और सत्य के सिद्धांतों पर स्थापित हुआ था, जिन सिद्धांतों के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना जीवन लगा दिया, ये सिद्धांत संविधान का आधार हैं, जो हमारी राष्ट्रीयता को परिभाषित करते हैं.