Badlapur Sexual Assault Case: मुंबई से ठाणे के बदलापुर में एक स्कूल के अंदर लेडीज टॉयलेट में 4 साल की दो बच्चियों से यौन उत्पीड़न मामले में बवाल मचा है. मामले में पुलिस ने अक्षय शिंदे नाम के 23 वर्षीय सफाई कर्मी को पोक्सो और बीएनएस की अन्य धाराओं में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद भी बदलापुर के निवासी काफी गुस्से में हैं. बदलापुर में दोनों बच्चियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले में शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे (Shiv Sena UBT chief Uddhav Thackeray) ने शिंदे सरकार को घेरते हुए बड़ा आरोप लगाया है.
उद्धव ठाकरे ने कहा, "बदलापुर ही नहीं, देश में कहीं भी ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए. हम शक्ति विधेयक पारित करने जा रहे थे, लेकिन हमारी सरकार गिरा दी गई. जिन लोगों ने हमारी सरकार गिराई और अब सत्ता में हैं, उनकी जिम्मेदारी है कि वे शक्ति विधेयक पारित करें और सख्त से सख्त कार्रवाई करें. यह भी पढ़े: Badlapur Horror: बच्चियों के यौन शोषण के बाद बदलापुर में उग्र प्रदर्शन, गुस्साई भीड़ ने स्कूल में की तोड़फोड़
वहीं आगे उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुझे पता चला है कि जिस स्कूल में यह घटना हुई है, वह भाजपा के लोगों का है। लेकिन मैं इस मामले में राजनीति नहीं करना चाहता, इसलिए जो भी दोषी हैं, चाहे वह भाजपा कार्यकर्ता हो या कोई और, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
जांच के लिए SIT गठित:
मामले में बवाल बढ़ता देख महाराष्ट्र सरकार ने स्कूल की दो छात्राओं के कथित यौन उत्पीड़न मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का आदेश दिया. इस घटना के विरोध में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन होने के चलते स्थानीय ट्रेन सेवाएं रोकनी पड़ी हैं. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि एसआईटी का नेतृत्व पुलिस महानिरीक्षक रैंक की अधिकारी आरती सिंह करेंगी.
फडणवीस गृह विभाग के प्रमुख भी हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने ठाणे पुलिस आयुक्त को मामले की सुनवाई त्वरित अदालत में करने के लिए प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया है.
मामले में प्राचार्य समेत तीन लोगों को किया निलंबित
स्कूल प्रबंधन ने इस घटना को लेकर प्राचार्य, एक क्लास टीचर और एक महिला अटेंडेंट को निलंबित कर दिया है. इस घटना के बाद, अभिभावकों और कई महिलाओं सहित अन्य लोगों ने व्यापक विरोध प्रदर्शन किया. वे बदलापुर रेलवे स्टेशन पर पटरियोंपर आ गए और लोकल ट्रेनों को रोक दिया, जिससे कर्जत और कल्याण खंड के बीच ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं.