PM मोदी के दौरे से पहले जम्मू-कश्मीर को दहलाने की थी साजिश, सेना ने 2 फिदायीन आतंकियों को किया ढेर, सामने आया पाकिस्तान कनेक्शन
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

श्रीनगर: जम्मू (Jammu) के बाहरी इलाके में शुक्रवार तड़के सेना के शिविर के समीप मुठभेड़ (Encounter) में दो आतंकवादी मारे गए तथा एक जवान भी शहीद हो गया. अधिकारियों ने बताया कि सुंजवां (Sunjwan Encounter) में मुठभेड़ ऐसे वक्त में हुई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सांबा जिले में प्रस्तावित दौरे के मद्देनजर दो दिन पहले से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में नौ जवान घायल हो गए हैं.

अधिकारियों ने बताया कि प्राधिकारियों ने मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित करने के अलावा एहतियाती कदम के तौर पर इलाके में तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में सभी निजी और सरकारी स्कूलों में कक्षाएं निलंबित कर दी है. जम्मू-कश्मीर के बारामूला में मुठभेड़, दो आतंकवादी ढेर

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने बताया कि दो सशस्त्र आतंकवादियों को मार गिराए जाने के साथ ही जम्मू में एक बड़ा फिदायीन (आत्मघाती) हमला रोक दिया गया है.

इससे पहले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के अधिकारियों ने बताया कि 15 कर्मियों को सुबह की ड्यूटी के लिए लेकर जा रही बस पर चड्ढा कैम्प इलाके के समीप सुबह चार बजकर 25 मिनट पर हमला किया गया.

अर्द्धसैन्य बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने बस पर गोलियां चलायी और ग्रेनेड फेंका, जिसमें सहायक सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) एस पी पाटिल की मौत हो गयी और बस में बैठे दो अन्य लोग घायल हो गए. सुरक्षाबलों ने भी उचित जवाब दिया.

सीआईएसएफ अधिकारी ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी भी मारा गया.

बाद में सीआईएसएफ ने ट्वीट किया कि आतंकवादियों ने उसके सुरक्षाकर्मियों पर तब हमला कर दिया जब वे एक इलाके की घेराबंदी करने और तलाश अभियान चलाने जा रहे थे.

पुलिस के अनुसार मुठभेड़ तब शुरू हुई जब आतंकवादियों ने एक तलाश दल पर गोलियां चलायी.

एडीजीपी ने पत्रकारों को बताया, ‘‘दो आतंकवादी मारे गए...उनके पास भारी मात्रा में हथियार और गोला बारुद था, जिससे पता चलता है कि वे फिदायीन हमला करने की साजिश रच रहे थे, जिसे विफल कर दिया गया है.’’

उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के पास से दो एके-47 राइफल, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर और एक सेटेलाइट फोन भी बरामद किया गया है.

उन्होंने बताया कि इलाके में तलाश अभियान अब भी चल रहा है.

सिंह ने कहा कि यह जांच का विषय है कि आतंकवादियों का निशाना क्या था और क्या उन्होंने हाल में सीमा पार से घुसपैठ की थी.

उन्होंने कहा, ‘‘मारे गए आतंकवादियों की पहचान और किसी समूह से उनके संबंध समेत पूरी तस्वीर विस्तृत जांच के बाद ही सामने आएगी.’’

अधिकारियों ने बताया कि मारे गए आतंकवादी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद संगठन से जुड़े बताए जा रहे हैं.

उन्होंने बताया कि दो पुलिसकर्मी समेत नौ सुरक्षा कर्मी मुठभेड़ में घायल हो गए. सीआईएसएफ के एक जवान और एक पुलिसकर्मी को गंभीर चोटें आयी हैं.

इससे पहले एडीजीपी सिंह ने कहा था, ‘‘हमें सूचना मिली थी कि आतंकवादी कुछ करने (प्रधानमंत्री के दौरे की पूर्व संध्या पर) की योजना बना रहे हैं. इस सूचना के आधार पर इलाके की घेराबंदी की गयी और इस दौरान तलाश दल पर गोलियां चलायी गयी.’’

जेईएम के तीन आतंकवादी 10 फरवरी 2018 को सुंजवां सैन्य शिविर में घुस गए थे और इसके बाद मुठभेड़ में छह जवान समेत सात लोग मारे गए थे. तीनों आतंकवादी भी मार गिराए गए थे.

गौरतलब है कि 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री का यहां से 17 किलोमीटर दूर पाली गांव में एhmir-encounter-in-jammu-and-kashmirs-baramulla-two-terrorists-killed-1309609.html">जम्मू-कश्मीर के बारामूला में मुठभेड़, दो आतंकवादी ढेर

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने बताया कि दो सशस्त्र आतंकवादियों को मार गिराए जाने के साथ ही जम्मू में एक बड़ा फिदायीन (आत्मघाती) हमला रोक दिया गया है.

इससे पहले केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के अधिकारियों ने बताया कि 15 कर्मियों को सुबह की ड्यूटी के लिए लेकर जा रही बस पर चड्ढा कैम्प इलाके के समीप सुबह चार बजकर 25 मिनट पर हमला किया गया.

अर्द्धसैन्य बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने बस पर गोलियां चलायी और ग्रेनेड फेंका, जिसमें सहायक सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) एस पी पाटिल की मौत हो गयी और बस में बैठे दो अन्य लोग घायल हो गए. सुरक्षाबलों ने भी उचित जवाब दिया.

सीआईएसएफ अधिकारी ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी भी मारा गया.

बाद में सीआईएसएफ ने ट्वीट किया कि आतंकवादियों ने उसके सुरक्षाकर्मियों पर तब हमला कर दिया जब वे एक इलाके की घेराबंदी करने और तलाश अभियान चलाने जा रहे थे.

पुलिस के अनुसार मुठभेड़ तब शुरू हुई जब आतंकवादियों ने एक तलाश दल पर गोलियां चलायी.

एडीजीपी ने पत्रकारों को बताया, ‘‘दो आतंकवादी मारे गए...उनके पास भारी मात्रा में हथियार और गोला बारुद था, जिससे पता चलता है कि वे फिदायीन हमला करने की साजिश रच रहे थे, जिसे विफल कर दिया गया है.’’

उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के पास से दो एके-47 राइफल, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर और एक सेटेलाइट फोन भी बरामद किया गया है.

उन्होंने बताया कि इलाके में तलाश अभियान अब भी चल रहा है.

सिंह ने कहा कि यह जांच का विषय है कि आतंकवादियों का निशाना क्या था और क्या उन्होंने हाल में सीमा पार से घुसपैठ की थी.

उन्होंने कहा, ‘‘मारे गए आतंकवादियों की पहचान और किसी समूह से उनके संबंध समेत पूरी तस्वीर विस्तृत जांच के बाद ही सामने आएगी.’’

अधिकारियों ने बताया कि मारे गए आतंकवादी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद संगठन से जुड़े बताए जा रहे हैं.

उन्होंने बताया कि दो पुलिसकर्मी समेत नौ सुरक्षा कर्मी मुठभेड़ में घायल हो गए. सीआईएसएफ के एक जवान और एक पुलिसकर्मी को गंभीर चोटें आयी हैं.

इससे पहले एडीजीपी सिंह ने कहा था, ‘‘हमें सूचना मिली थी कि आतंकवादी कुछ करने (प्रधानमंत्री के दौरे की पूर्व संध्या पर) की योजना बना रहे हैं. इस सूचना के आधार पर इलाके की घेराबंदी की गयी और इस दौरान तलाश दल पर गोलियां चलायी गयी.’’

जेईएम के तीन आतंकवादी 10 फरवरी 2018 को सुंजवां सैन्य शिविर में घुस गए थे और इसके बाद मुठभेड़ में छह जवान समेत सात लोग मारे गए थे. तीनों आतंकवादी भी मार गिराए गए थे.

गौरतलब है कि 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री का यहां से 17 किलोमीटर दूर पाली गांव में एक जनसभा को संबोधित करने का कार्यक्रम है. यह अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद से प्रधानमंत्री मोदी का जम्मू-कश्मीर में पहला दौरा है.

उन्होंने जम्मू मंडल के राजौरी में 27 अक्टूबर 2019 को और नौशेरा सेक्टर में तीन नवंबर 2021 को सेना के जवानों के साथ दिवाली मनायी थी.

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