नई दिल्ली: आनलाइन सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर (Twitter) ने केंद्र सरकार के नोटिस पर जवाब दिया है. ट्विटर के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि ट्विटर भारत के प्रति अत्यंत प्रतिबद्ध रहा है और रहेगा. हमने सरकार को आश्वासन दिया है कि ट्विटर नए दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. इसकी जानकारी विधिवत साझा की गई है. हम भारत सरकार के साथ अपनी सकारात्मक बातचीत जारी रखेंगे. Twitter: क्या आईटी नियमों का पालन न करने पर भारत ट्विटर को निलंबित कर सकता है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्विटर ने नये सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नियमों का पालन करने के लिए भारत सरकार से और समय मांगा है. सूत्रों के अनुसार कंपनी ने कहा है कि वह नियमों का पालन करना चाहती है लेकिन देश में महामारी की स्थिति की वजह से उसे कुछ और समय चाहिए.
पीटीआई के मुताबिक, ट्विटर ने इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को पत्र लिखकर आईटी नियमों का पालन करने के लिए और समय मांगा है. उसने कहा है कि वह नियमों का पालन करना चाहती है लेकिन महामारी की वजह से ऐसा नहीं कर पायी है.
Twitter has been & remains deeply committed to India. We have assured the GoI that Twitter is making every effort to comply with the new guidelines, and an overview of our progress has been duly shared. We will continue our constructive dialogue with the Indian Govt: Twitter Spox pic.twitter.com/Krlhe8Pg8t
— ANI (@ANI) June 7, 2021
बीते शनिवार को सरकार ने ट्विटर को नोटिस जारी कर उसे तत्काल नए आईटी नियमों के अनुपालन के लिए ‘एक आखिरी मौका’ दिया था. सरकार की ओर से आगाह किया गया है कि यदि ट्विटर इन नियमों का अनुपालन करने में विफल रहती है, तो वह आईटी कानून के तहत दायित्व से छूट को गंवा देगी.
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (मेइटी) ने कहा था कि ट्विटर द्वारा इन नियमों के अनुपालन से इनकार से पता चलता है कि माइक्रोब्लॉगिंग साइट में प्रतिबद्धता की कमी है और वह भारत के लोगों को अपने मंच पर सुरक्षित अनुभव प्रदान करने का प्रयास नहीं करना चाहती.
मंत्रालय ने कहा कि ये नियम हालांकि 26 मई, 2021 से प्रभावी हैं, लेकिन सद्भावना के तहत टि्वटर इंक को एक आखिरी नोटिस के जरिये नियमों के अनुपालन का अवसर दिया जाता है. उसे तत्काल नियमों का अनुपालन करना है. यदि वह इसमें विफल रहती है, तो उसे दायित्व से जो छूट मिली है, वह वापस ले ली जाएगी. साथ ही उसे आईटी कानून और अन्य दंडात्मक प्रावधानों के तहत कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा.
हाल ही में ट्विटर ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और मोहन भागवत समेत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शीर्ष पदाधिकारियों के निजी अकाउंट से ‘ब्लू टिक’ हटा दिया और बाद में हंगामा होने पर इसे बहाल कर दिया. वहीं ट्विटर ने कहा कि नियम के मुताबिक अगर वह अधूरा है या छह माह से सक्रिय नहीं है तो ब्लू टिक किसी भी अकांउट से अपने आप हट जाता है.