Twitter ने भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का ट्विटर अकाउंट किया अनवेरिफाइड, हटाया ब्लू टिक
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: केंद्र सरकार (Central Government) और सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफॉर्म्स के बीच घमासान जारी है. ट्विटर (Twitter) ने भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (M Venkaiah Naidu) के निजी ट्विटर हैंडल से वैरिफाइड (Verified) ब्लू टिक (Blue Tick) हटा दिया है. ये जानकारी उपराष्ट्रपति के कार्यालय ने दी है. इसको लेकर ट्विटर पर लोग जमकर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. कई लोगों का मानना है कि अकाउंट एक्टिव नहीं था इस कारण हो सकता है उसे अनवेरिफाइड (Unverified) कर दिया गया होगा. इसके पीछे का कारण अभी पता नहीं है. Ugliest to Queen of Languages! कन्नड़ भाषा को लेकर Twitter पर छिड़ी बहस, Google में इसे भारत की सबसे बदसूरत भाषा के रूप में प्रदर्शित करने पर लोगों ने जताई नाराजगी

बता दें कि पिछले महीने मई में ऐसी खबर आई थी कि ट्विटर यूजर्स के अकाउंट को कैटेगरी में बांट दिया जाएगा. इसके तहत अलग-अलग प्रोफेशन से आने वाले लोगों को अलग ग्रुप के तहत वर्गीकृत किया जाएगा. नेताओं को एक अलग लेवल दिया जाएगा. जबकि पत्रकारों या कंटेंट राइटर को अलग लेवल दिया जाएगा.

न्यूज एजेंसी ANI ने उपराष्ट्रपति कार्यालय के हवाले से बताया, "ट्विटर ने भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी ट्विटर हैंडल से ब्लू वेरीफाईड बैज हटा लिया."

भारत सरकार की नई गाइडलाइन को लेकर ट्विटर और सरकार के बीच विवाद चल रहा है. नई गाइडलाइन को अभी तक ट्विटर ने हरी झंडी नहीं दिखाई है. कुछ दिन पहले ही कंटेंट फिल्टरिंग को लेकर दिल्ली पुलिस ने ट्विटर इंडिया के दिल्ली और गुरुग्राम के दफ्तर पर छापेमारी की थी.

भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के आधिकारिक हैंडल, जिसके 9.3 लाख फॉलोअर्स हैं. उस पर ब्लू टिक जारी है. वेंकैया नायडू के पर्सनल ट्विटर हैंडल पर 13 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.

बीजेपी नेता सुरेश नाखुआ ने पूछा है, 'ट्विटर ने उपराष्ट्रपति के अकाउंट से ब्लू टिक क्यों हटाया? यह भारत के संविधान पर हमला है.' हालांकि कुछ लोगों का ये भी दावा है कि उनका अकाउंट एक्टिव नहीं था, जिस वजह से अनवेरिफाइड कर दिया गया है.

ट्विटर ने एक बार फिर वेरिफिकेशन प्रोसेस शुरू कर दिया है, अब यूजर्स फिर से ब्लू टिक के लिए अप्लाई कर पाएंगे. ट्विटर ने ब्लू टिक प्रक्रिया को पिछले तीन साल से रोका हुआ था. 2017 में इस प्रोसेस पर आम लोगों के लिए उस समय रोक लगा दी गई थी, जब ट्विटर के वेरिफिकेशन प्रोगाम को भ्रमित बताते हुए इसकी आलोचना होने लगी थी. आने वाले हफ्तों में अब यह फिर से शुरू होने जा रहा है.