Tsunami Alert: 6.1 तीव्रता वाले भूकंप के झटकों से हिला ईस्ट तिमोर, हिंद महासागर में सुनामी के लेकर चेतावनी जारी
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Unsplash)

Tsunami Warning Issued for Indian Ocean Region: शुक्रवार की सुबह दक्षिण पूर्व एशियाई देश ईस्ट तिमोर (East Timor) भूकंप (Earthquake) के तेज झटकों के हिल गया. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई. ईस्ट तिमोर में आए भूकंप के बाद मौसम वैज्ञानिकों ने हिंद महासागर (Indian Ocean) में सुनामी (Tsunami) को लेकर चेतावनी जारी की है. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को सुबह आए भूकंप की वजह से हिंद महासागर में सुनामी आ सकती है. वैज्ञानिकों का मानना है कि भूकंप हिंद महासागर में सुनामी पैदा करने में सक्षम हो सकता है. कहा जा रहा है कि तिमोर द्वीप के पूर्वी हिस्से में करीब 51.4 किमी की गहराई में यह भूकंप आया था.

भूंकप के बाद इंडियन ओशियन सुनामी वार्निंग एंड मिटिगेशन सिस्टम (IOTWMS) ने क्षेत्र के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की है. आपको बता दें कि ईस्ट तिमोर और इंडोनेशिया 'रिंग ऑफ फायर' यानी बेहद संवेदनशील क्षेत्र में स्तिथ है. 'रिंग ऑफ फायर' उस स्थान को कहा जाता है, जहां भूकंप से जुड़ी गतिविधियां अक्सर होती रहती हैं और लगातार भूकंप आता रहता है. फरवरी महीने में इंडोनेशिया के उत्तरी सुमात्रा में आए एक भूकंप में दर्जनों लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 मापी गई थी. यह भी पढ़ें: समुद्र के अंदर ज्वालामुखी फटने के बाद Tonga में सुनामी का अलर्ट जारी, VIDEO में देखें कुदरत के कहर का खौफनाक मंजर

आपको बता दें कि सुनामी एक जापानी शब्द है, जो 'सु' और 'नामी' से मिलकर बना है. ‘सु’ का मतलब समुद्र तट और ‘नामी’ का मतलब लहरें हैं, इसलिए सुनामी का मतलब है समुद्र के किनारे आने वाली लहरें. जब समुद्र के भीतर भूगर्भीय हलचल होती है या भूकंप आता है तो उसके कारण समंदर में तेज लहरें उठती हैं. ये लहरें कई बार बहुत ऊंची होती है और तेजी से समुद्री किनारे की ओर बढ़ती हैं, जिसे सुनामी कहते हैं.

बहरहाल, सुनामी के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन इसकी सबसे बड़ी वजह भूकंप को ही माना जाता है. आमतौर पर समुद्र के भीतर भूकंप आने की वजह से सुनामी आती है. इसके अलावा समुद्र के अंदर जमीन धंसने, ज्वालामुखी फटने या फिर किसी दूसरी भूगर्भीय हलचल की वजह से भी सुनामी आ सकती है. वैसे तो भूकंप का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है कि वो कब आएगा, लेकिन भूकंप आने के बाद सुमानी की आशंका बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, इसलिए वैज्ञानिक इसे लेकर अलर्ट जारी करते हैं.