Heatwave In India 2023: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली-एनसीआर समेत भारत के कई राज्यों में बीते एक सप्ताह से गर्मी ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. कई क्षेत्रों में पहले से ही उच्च तापमान देखा जा रहा है. CNBCTV18 के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने गर्मी की लहरों से निपटने के तरीके पर एक सार्वजनिक स्वास्थ्य सलाह जारी की है. गर्मियों के मौसम में हीट वेव वैसी स्थिति है जब तापमान सामान्य से ज्यादा हो जाता है. ये बढ़ा हुआ तापमान दो दिनों से ज्यादा रहता है. हीट वेव नमी और बिना नमी वाली दोनों जगहों पर असर करता है. UPI In UAE-Mauritius-Indonesia Soon: सिंगापुर के बाद अब इन देशों तक होगा यूपीआई का विस्तार, भारतीयों की बल्ले-बल्ले
स्वास्थ्य सलाह के अनुसार
- पूरे दिन हाइड्रेटेड रहें, आवश्यक हो तो ORS लें.
- उच्च पानी की मात्रा वाले मौसमी फल खाएं, नींबू पानी, लस्सी जैसे घर का बना पेय पीए, पानी का अधिक सेवन करें
- ठंडे रहने के लिए हल्के, ढीले, सूती कपड़े पहनने और सीधे धूप और गर्मी से सिर ढक कर ही निकले
- केवल दिन के ठंडे हिस्सों में ही बाहर जाना चाहिए और घर के अंदर ही रहने की कोशिश करें.
- इमारतों और कमरों के अंदर सूरज की रोशनी को आने से रोकने के लिए पर्दे और अन्य अवरोधकों का इस्तेमाल करें.
- स्थानीय मौसम की रिपोर्ट के लिए रेडियो, या टेलीविजन और समाचार पत्रों के माध्यम से मौसम की जानकारी रखें.
- बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं और किसी भी तरह की बीमारी से पीड़ित लोगों को हीट स्ट्रोक या गर्मी से संबंधित अन्य लक्षणों से बचने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतें.
- जो लोग ठंडी जलवायु के अभ्यस्त हैं उन्हें सावधान रहना चाहिए.
- अपने बच्चों या पालतू जानवरों को खड़ी कारों में न छोड़ें
- हीट रैश (कांटेदार गर्मी), हीट एडिमा (हाथों, पैरों और टखनों में सूजन), हीट ऐंठन (मांसपेशियों में ऐंठन), हीट टेटनी, हीट सिंकोप (बेहोशी), हीट थकावट और हीट स्ट्रोक जैसी समस्याओं से बचें
हीट स्ट्रोक के कुछ सामान्य लक्षण
चक्कर आना या बेहोशी, मतली, सिरदर्द, अत्यधिक प्यास और कम पेशाब आना है. दिल की धड़कन के साथ-साथ हल्की और तेज सांस लेना भी आम लक्षण हैं. हीट स्ट्रोक या अन्य आपात स्थिति के मामले में, 108/102 पर कॉल करें