Haryana Mob Lynching: 'प्रवासी मजदूर के घर से मिला मांस का नमूना गोमांस नहीं है', चरखी दादरी मॉब लिंचिंग केस पर हरियाणा पुलिस का बड़ा खुलासा
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Haryana Mob Lynching: हरियाणा के चरखी दादरी में दो महीने पहले, पश्चिम बंगाल से आए प्रवासी मजदूर की गोमांस खाने के शक में पीट-पीटकर हत्या मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि शव के पास से जो मांस के नमूने लिए गए थे वह गोमांस नहीं था. फरीदाबाद की लैब रिपोर्ट में इसकी जानकारी मिली है. पुलिस के अनुसार, साबिर मलिक की हत्या के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह घटना 27 अगस्त को चरखी दादरी जिले के हंसेवास खुर्द गांव में हुई थी, जब मलिक को गोमांस खाने का शक होने पर कुछ लोगों ने उसे दुकान पर बुलाकर पीट-पीटकर मार डाला था.

इस दौरान कुछ लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की थी, लेकिन आरोपियों ने उसे दूसरी जगह ले जाकर फिर से बुरी तरह पीटा था. इस घटना ने क्षेत्र में तनाव पैदा कर दिया था और सांप्रदायिक तनाव को और बढ़ा दिया था.

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अब लैब रिपोर्ट के बाद सच्चाई सामने आ गई है, जिससे यह साबित होता है कि जिस मांस को गोमांस समझा गया था, वह वास्तव में गोमांस नहीं था. पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि वे इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.