चेन्नई, 20 जुलाई : विपक्षी अन्नाद्रमुक राज्य में प्रस्तावित बिजली दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ 25 जुलाई को पूरे तमिलनाडु में विरोध मार्च निकालेगी. सभी जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा. तमिलनाडु के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी ने सोमवार को घोषणा करते हुए कहा कि राज्य बिजली बोर्ड ने घरेलू, वाणिज्यिक और उद्योगों सहित सभी वर्गों के लिए बिजली दरों में वृद्धि का प्रस्ताव दिया है. अंतिम मंजूरी के लिए इस प्रस्ताव को पहले ही तमिलनाडु राज्य विद्युत नियामक प्राधिकरण को भेज दिया गया है.
राज्य में प्रस्तावित बिजली दरों में वृद्धि 2011 के बाद पहली बार होगी. अन्नाद्रमुक के अंतरिम महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कहा कि हमारा विरोध-प्रदर्शन उस बोझ के खिलाफ है, जो बढ़ती कीमतों के चलते लोगों पर पड़ेगा. पार्टी हाउस टैक्स, संपत्ति कर, पानी और जल निकासी कर में वृद्धि के साथ-साथ राज्य में सभी आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि को भी उजागर करेगी. पलानीस्वामी ने बताया कि सभी जिला मुख्यालयों पर सुबह 10 बजे से प्रदर्शन शुरू हो जाएगा. यह भी पढ़ें : Maharashtra Political Crisis: सुप्रीम कोर्ट में उद्धव ठाकरे बनाम एकनाथ शिंदे, 1 अगस्त को होगी अगली सुनवाई
उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के बाद भी, सरकार द्वारा बिजली दरों में बढ़ोतरी स्वीकार्य नहीं है. पार्टी सभी जिला मुख्यालयों में विरोध मार्च करेगी. सीपीआई-एम (माकपा) ने भी बिजली दरों में प्रस्तावित बढ़ोतरी के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. माकपा के राज्य सचिव के. बालकृष्णन ने मीडियाकर्मियों से कहा कि बिजली दरों में बढ़ोतरी से लोगों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. अम्मा मक्कल मुनेत्र कड़गम (एएमएमके) के नेता टीटीवी दिनाकरण ने कीमतों में बढ़ोतरी का विरोध किया और सरकार से प्रस्तावित वृद्धि को वापस लेने का आह्वान किया.