
पालघर, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र को शिक्षा के मामले में विकासशील राज्य माना जाता है. शहरों में छात्रों को आने जाने के लिए कई साधन है, लेकिन ग्रामीण भागों में आज भी स्थिति दयनीय है. महाराष्ट्र के पालघर जिले से ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है.जिसने विकास की पोल खोलकर रख दी है. पालघर जिले में कई गांव है. जहांपर अब तक मुलभुत सुविधाएं नहीं पहुंच पाई है. यहां तक की स्कूल जाने के लिए छात्रों के ब्रिज तक नहीं है. जिसके कारण छात्र उफनती नदी पार करके स्कूल जाने को मजबूर हो रहे है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है. जिसमें देख सकते है कुछ छात्र उफनती हुई नदी पार करते हुए स्कूल जा रहे है.
इन छात्रों के कंधों पर भारी भरकम बैग भी है और इस नदी को पार करते हुए उनके साथ कोई भी हादसा हो सकता है,बावजूद इसके मज़बूरी के कारण वे ऐसा कर रहे है. इस वीडियो को सोशल मीडिया X पर @nedricknews नाम के हैंडल से शेयर किया गया है. ये भी पढ़े:VIDEO: रस्सी के सहारे कर रहे है जानलेवा सफ़र! स्कूली छात्राएं इस तरह के सफ़र के लिए मजबूर, उत्तराखंड के मुनस्यारी का वीडियो आया सामने
उफनती नदी पार करके छात्र जा रहे है स्कूल
जान हथेली पर रखकर स्कूल पहुंचने पर मजबूर बच्चे!
- महाराष्ट्र के पालघर से एक हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है जहाँ बच्चे जान जोखिम में डालकर नदी पार करके स्कूल जाने को मजबूर हैं. बच्चों और परिजनों ने कई बार प्रशासन से पुल बनाने की मांग की है...#Maharashtra #Palghar #School… pic.twitter.com/hEiKTaKp4w
— Nedrick News (@nedricknews) July 4, 2025
गर्गांव के आश्रम स्कूल के छात्र
जानकारी के मुताबिक़ ये सभी बच्चे गर्गांव के आश्रम स्कूल में पढ़ाई करते हैं, जो नाकडपाडा गांव से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. नियमों के अनुसार, आश्रम स्कूलों में हॉस्टल की सुविधा केवल दूर-दराज़ के बच्चों को मिलती है, जिसके चलते इन बच्चों को रोज़ गांव से स्कूल पैदल जाना पड़ता है.
नदी का तेज बहाव और फिसलन
बरसात के मौसम में यह रास्ता बेहद फिसलन भरा और खतरनाक हो जाता है.बच्चों के पास ना कोई पुल है, ना कोई सुरक्षा इंतजाम. वे हाथों में हाथ पकड़कर एक-दूसरे को सहारा देते हुए नदी पार करते हैं. वायरल वीडियो में एक बच्चे को किसी के पीठ पर बैठाकर ले जाते हुए भी देखा जा सकता है.
एक रास्ता 5 किलोमीटर है लंबा
अगर बच्चे सड़क के रास्ते स्कूल जाना चाहें, तो उन्हें करीब 5 किलोमीटर लंबा सफर तय करना पड़ेगा. ये सभी बच्चे गरीब परिवारों से आते हैं और उनके पास कोई वैकल्पिक यातायात साधन नहीं है. लंबा रास्ता तय करने में समय अधिक लगने के कारण वे खतरे भरा रास्ता चुनने को मजबूर हो जाते हैं.यह वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं. बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई भी स्थायी समाधान अब तक नहीं किया गया है.स्थानीय लोगों की मांग है कि यहां जल्द से जल्द एक पुल या वैकल्पिक सुरक्षित मार्ग बनाया जाए, जिससे बच्चों की जान को खतरा न हो.