
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से एक बेहद दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक होनहार स्टेट लेवल कबड्डी खिलाड़ी की रेबीज की वजह से दर्दनाक मौत हो गई. इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और एक बड़ी लापरवाही की तरफ ध्यान खींचा है.
क्या है पूरा मामला?
मृतक खिलाड़ी का नाम ब्रजेश सोलंकी था. ब्रजेश एक गोल्ड मेडलिस्ट कबड्डी प्लेयर था और उसका भविष्य काफी उज्ज्वल माना जा रहा था. कुछ समय पहले, इंसानियत दिखाते हुए ब्रजेश एक पिल्ले (कुत्ते के बच्चे) को बचाने की कोशिश कर रहा था. इसी कोशिश में उस पिल्ले ने उसे काट लिया.
ब्रजेश ने इसे एक मामूली खरोंच समझकर नजरअंदाज कर दिया और सबसे बड़ी गलती ये की, कि उसने रेबीज से बचने के लिए जरूरी इंजेक्शन नहीं लगवाया.
दर्दनाक अंत और वायरल वीडियो
धीरे-धीरे रेबीज का वायरस ब्रजेश के शरीर में फैलता गया. जब तक लक्षण सामने आए, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. उसकी मौत से कुछ देर पहले का एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसे देखकर किसी का भी दिल कांप जाए. वीडियो में ब्रजेश बेबसी की हालत में कुत्ते जैसी हरकतें और आवाजें निकालता दिख रहा है. यह रेबीज का आखिरी स्टेज होता है, जब वायरस दिमाग पर पूरी तरह से कंट्रोल कर लेता है.
🚨बुलंदशहर : स्टेट लेवल कबड्डी प्लेयर की रेबीज से मौत🚨
⚰️ मौत से कुछ देर पहले का एक वीडियो वायरल
🐕 वीडियो में ब्रजेश कुत्ते की तरह हरकतें कर रहा
🦠 पिल्ले को बचाने के दौरान पिल्ले ने काटा था
🏅 गोल्ड मेडलिस्ट ने इंजेक्शन नहीं लगवाया था
💉 रेबीज शरीर में फैलने से ब्रजेश सोलंकी… pic.twitter.com/NEN5cLdAr1
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) July 2, 2025
आखिरकार, इस जानलेवा बीमारी के आगे ब्रजेश ने घुटने टेक दिए और तड़प-तड़पकर उसकी मौत हो गई.
एक सबक जो सबको सीखना चाहिए
ब्रजेश सोलंकी की मौत एक दुखद घटना होने के साथ-साथ एक बड़ी चेतावनी भी है. यह हमें सिखाती है कि किसी भी जानवर के काटने या खरोंचने को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए.
- क्या करें: अगर कोई भी जानवर, चाहे वो पालतू हो या आवारा, काट ले या खरोंच भी मार दे, तो उस जगह को तुरंत साबुन और पानी से कम से कम 15 मिनट तक धोएं.
- तुरंत डॉक्टर से मिलें: इसके बाद बिना देरी किए डॉक्टर के पास जाएं और एंटी-रेबीज इंजेक्शन का पूरा कोर्स लगवाएं.
रेबीज एक ऐसी बीमारी है जिसका लक्षण दिखने के बाद कोई इलाज नहीं है और मौत निश्चित है. लेकिन समय पर इंजेक्शन लगवाकर इससे 100% बचा जा सकता है. एक छोटी सी लापरवाही ने देश से एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी छीन लिया. आइए इस घटना से सबक लें और ऐसी किसी भी स्थिति में तुरंत डॉक्टरी सलाह लें.