कोरोना वायरस से जंग के बीच श्रीनगर प्रशासन का सराहनीय कदम, अब घरों में होगी राशन की डिलीवरी

श्रीनगर सिविल सचिवालय भवन (Photo Credits: ANI)

कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन (Lockdown) असर आम लोगों के जीवन पर पड़े इसका ख्याल भी सरकार रख रही है. देश की सभी राज्य सरकारे इस समय जनता तक जरूरत की चीजें पहुंचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं. इसी कड़ी में प्रशासन ने अहम फैसला लिया है. दरअसल श्रीनगर में लोगों को राशन के लिए घर से बाहर निकलना नहीं पड़ेगा, बल्कि उनके घर तक राशन पहुंचाया जाएगा. श्रीनगर जिला मजिस्ट्रेट शाहिद चौधरी के मुताबिक सूबे में 1.60 लाख परिवारों को कड़ी सुरक्षा-प्रोटोकॉल के तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS)राशन की होम डिलीवरी दी जाएगी. इससे जनता को लॉकडाउन के दौरान मुलभुत जरूरतों की कमी समय पर पूरी होगी.

जिससे लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. बता दें कि श्रीनगर में मंगलवार कोरोना के दो नए मामले सामने आए और इस के साथ ही कश्मीर में इस बीमारी से ग्रस्त लोगों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है.

बता दें कि कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 40 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है. घातक कोरोना वायरस से निपटने के उपाय करने के लिए ये राशि उप आयुक्तों को दी जाएगी. उप आयुक्तों को अतिरिक्त 40 करोड़ रुपये और सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग को पानी की आपूर्ति बढ़ाने के लिए एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे. पीएम मोदी के ऐलान के बाद पूरे भारत में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है. जिसके बाद से लोगों के मन में इस बात की चिंता है कि उन्हें जरूरत की चीजें कैसे मिलेगी. लेकिन यह लोगों के मन बैठा एक भ्रम है. दरअसल केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों ही जनता के लिए हर सुविधा उपलब्ध कराने में लगे हैं.

गौरतलब हो कि भारत में कोरोनोवायरस के कुल कन्फर्म मामलों की संख्या 562 हो गई है. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी. इसमें से कोविड-19 के 512 सक्रिय मामले हैं, 40 ठीक हुए और डिस्चार्ज किए गए मामले हैं, जबकि 9 लोगों की मौत हो चुकी है. बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंकड़े पेश किए. इसके अलावा, मंत्रालय ने कहा कि हवाईअड्डे पर कुल 15,24,266 यात्रियों की जांच की गई है.

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