मोदी सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है. हर वीवीआईपी (VVIP) को अब अपने साथ हमेशा स्पेशल प्रॉटेक्शन फोर्स (SPG) को रखना होगा. फिर चाहे हो विदेश यात्रा पर क्यों न जा रहे हों. कई ऐसे बड़े नेता हैं जिन्हें एसपीजी की सुरक्षा प्रदान है लेकिन वे अपने साथ विदेश यात्रा के दौरान उन्हें नहीं लेकर जाते हैं. मौजूदा समय जिन्हें एसपीजी कवर करती है उनमें पीएम नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम शामिल है. केंद्र सरकार के इस फैसले का अब कांग्रेस ने विरोध करना शुरू कर दिया है, कांग्रेस का आरोप है कि फरमान को गांधी परिवार पर सरकारी निगरानी रखे के लिए यह फैसला लिया जा रहा है. खबरों की माने तो अगर एसपीजी की सुरक्षा नहीं लेते हैं तो ऐसे में विदेश यात्रा कैंसल भी करना पड़ सकता है.
बता दें कि एसपीजी अपने 3,000 कमांडो के साथ अब सिर्फ चार लोगों - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके दो बच्चों - राहुल और प्रियंका को सुरक्षा प्रदान करता है. वहीं कुछ दिनों पहले ही सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दी गई एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली. लेकिन उन्हें 'जेड-प्लस' सुरक्षा मुहैया कराया गया है.
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गौरतलब हो कि दें की प्रधानमंत्री समेत गांधी परिवार की सुरक्षा का जिम्मेदारी सीपीजी के पास होती है. एसपीजी के जवान हमेशा उनके आस पास घेरा बनाकर होते है. सीपीजी अंदरूनी सुरक्षा का जिम्मा संभालती हैं. ये जवान किसी आतंकवादी को पलभर में मौत के घाट उतारने के लिए एकदम तैयार होते है. दूसरी तरफ, एसपीजी की क्विक रिस्पांस टीम कैट (काउंटर असॉल्ट टीम) अत्याधुनिक और स्टेट ऑफ द आर्ट हथियारों से लैस होती है. एसपीजी प्रधानमंत्री पर किसी भी हमले की दशा में तुरंत मोर्चा संभालकर हमलावरों का सफाया करने में सक्षम होती है.