छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) : कंप्यूटर और विज्ञान के अडवांस जमाने में अगर कोई जादू- टोने पर विश्वास करे तो ये हैरानी की बात है ही, लेकिन अगर कोई जादू- टोने में डूबकर अपनी ही मां की जान ले ले इससे ज्यादा खतरनाक कुछ भी नहीं हो सकता. कोरबा (Korba) जिले के रामाकछार गांव में एक ऐसी घटना हुई है जिसे पढ़कर सबकी रूह कांप जाएगी. गांव और पिछड़े इलाकों में जादू-टोने पर आज भी विश्वास किया जाता है. टोने- टोटके पर विश्वास कर एक युवक ने अपनी ही मां सुमरिया यादव की बड़ी ही निर्ममता से हत्या कर दी. मां को मारने के बाद आरोपी ने उसका खून पी लिया और शरीर के टुकड़े- टुकड़े कर चूल्हे में जला दिया.
ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी दिलीप कुमार ने सपना देखा था, कि उसकी मां टोना- टोटका करने वाली एक डायन है और उसके पिता व छोटे भाई को उसने ही मारा है. कुछ ही साल के अंतराल में दिलीप के पिता और उसके भाई की मौत हो गई. दोनों की मौत के बाद दिलीप जादू-टोने के चक्कर में पड़ गया उसने घर के एक कमरे में जादू-टोना करना शुरू कर दिया. ग्रामीणों ने बताया कि दिलीप मंत्र- तंत्र में पड़ने के बाद अजीब हरकतें करने लगा था. इसलिए उसकी पत्नी उसे दो साल पहले छोड़कर चली गई.
31 दिसंबर 2018 की सुबह जब दिलीप अपनी मां को मारकर जमीन पर बह रहा खून पी रहा था उसी वक्त पड़ोस में रहने वाली समारिन (65) वहां पहुंच गई और उन्होंने सब कुछ देख लिया. डर के मारे तीन दिन तक वह कुछ भी बोल नही पाई. लेकिन तीन दिन बाद उन्होंने ये सारी वारदात गांव वालों और पुलिस को बता दी.
पुलिस घटना स्थल पर पहुंची वहां उन्हें चूल्हे से सुमरिया की अस्थियां, खून से सना हथियार, सुमरिया यादव का मांस और तंत्र- मंत्र की किताबें मिली. आरोपी दिलीप यादव फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.