लखनऊ: राष्ट्रकवि 'रामधारी सिंह दिनकर' के भाई की पोती व सामाजिक कार्यकर्ता उषा ठाकुर (Usha Thakur) को नोएडा से गिरफ्तार किया गया. उषा पर आरोप है कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा (Mahesh Sharma) से कथित तौर पर दो करोड़ रुपये निकालवाने की साजिश रची. ठाकुर को सेक्टर 31 में उनके निवास स्थान से शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया.
आरोप है कि एक स्थानीय समाचार चैनल के मालिक के साथ मिलकर उन्होंने गिरोह बनाया व चुनाव पूर्व 'स्टिंग ऑपरेशन' किया और इसके माध्यम से जबरन वसूली, जालसाजी और आपराधिक षड्यंत्र रचा. नोटबंदी के बाद यह चैनल बंद हो गया था.
नोएडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्णा के अनुसार, गिरोह ने केंद्रीय मंत्री को 'आपत्तिजनक' वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी दी और उनसे दो करोड़ रुपये की मांग की.
मामले से सीधे तौर पर जुड़े तीन लोगों को पुलिस अप्रैल में पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
सेक्टर 20 के एसएचओ राजवीर सिंह चौहान ने कहा कि मामले से जुड़े बाकी लोगों से पूछताछ करने के बाद उषा को गिरफ्तार किया गया.
उन्होंने कहा, "उसने तथाकथित 'स्टिंग ऑपरेशन' करने वाले लोगों और केंद्रीय मंत्री के बीच बैठक करवाई. उषा ठाकुर को पूरी साजिश में उसकी भूमिका के सबूत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है."
उषा को एक स्थानीय अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
इससे पहले अप्रैल में पुलिस ने कोलकाता से विवादास्पद समाचार चैनल के मालिक आलोक कुमार को उसकी सहयोगी निशा के साथ गिरफ्तार किया था.
एसएचओ ने कहा कि गिरोह में काम करने वाले एक अन्य आरोपी का नाम प्राथमिकी में है. उसकी पहचान खालिद के रूप में हुई है और वह फरार है.