Record Swimming: गिनीज रिकॉर्ड बनाने की तैयारी, अरब सागर में 113 घंटे तैरने के बाद मुंबई से गोवा पहुंचे 6 तैराक
अपनी सबसे लंबी रिले तैराकी शुरू करने वाले छह तैराक, 1100 किलोमीटर मुंबई-गोवा-मुंबई इवेंट में गिनीज रिकॉर्ड बनाने के लिए अरब सागर में 113 घंटे तैरने के बाद गुरुवार सुबह गोवा पहुंचे. पैरा स्विमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पर्यवेक्षण के तहत वसई-विरार ओपन वॉटर सी स्विमिंग फाउंडेशन द्वारा अद्वितीय खेल का आयोजन किया गया.
Record Swimming: अपनी सबसे लंबी रिले तैराकी शुरू करने वाले छह तैराक, 1100 किलोमीटर मुंबई-गोवा-मुंबई इवेंट में गिनीज रिकॉर्ड बनाने के लिए अरब सागर में 113 घंटे तैरने के बाद गुरुवार सुबह गोवा पहुंचे.
पैरा स्विमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पर्यवेक्षण के तहत वसई-विरार ओपन वॉटर सी स्विमिंग फाउंडेशन द्वारा अद्वितीय खेल का आयोजन किया गया. इवेंट कोच और भारतीय नौसेना के वरिष्ठ नाविक मदन राय ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि समुद्र की तमाम चुनौतियों से निपटने के बाद वह 23 क्रू मेंबर्स के साथ गोवा पहुंचे. उन्होंने कहा कि शुरूआत में एक तैराक 6 घंटे तैरता था, बाद में इसे घटाकर 5 और 4 घंटे कर दिया गया. स्थिति और कठिनाइयों के अनुसार हमने समय कम किया. उनके मुताबिक, जब एक व्यक्ति तैरता था तो 5 आराम करते थे. छह तैराकों की टीम में पुणे के 21 वर्षिय सांपला शेलार, मुंबई के कोलाबा की 14 वर्षिय जिया राय, वसई से 21 वर्षिय कार्तिक गुगले और 26 साल के राकेश कदम, राज पाटिल, उरण के 17 वर्षीय राज पाटिल और मुंबई के सांताक्रूज के 17 वर्षीय ध्रुव नाइक हैं. जिया राय इस टीम की सबसे कम उम्र की और इकलौती महिला सदस्य हैं.
सभी 17 दिसंबर को गेटवे ऑफ इंडिया से दुनिया की सबसे लंबी 1,100 किलोमीटर की रिले तैराकी के लिए अरब सागर में उतरे थे. राय ने कहा कि तैराकों ने कान्होजी आंग्रे (खंडेरी) द्वीप, रेवदंडा, काशीद, दिघी, श्रीवर्धन बे, दाभोल, भूदल, जयगढ़, गणपतिपुले, रत्नागिरी, विजयदुर्ग, मालवन जैसे छोटे और सुरम्य तटीय शहरों को पार किया और फिर गोवा पहुंचे. यह भी पढ़े:
मदन राय कहा- तैराकी के सफल समापन पर इस प्रयास को गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में विश्व के सबसे लंबे खुले जल समुद्र तैराकी रिले के रूप में दर्ज किया जाएगा. गिनीज बुक के अनुसार, पिछला रिकॉर्ड 1031 किलोमीटर की दूरी एक टीम सीहॉक्स का था. उन्होंने कहा कि तैराकों को अरब सागर में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिनमें से एक जेलिफिश के काटने का लगातार खतरा है जो शिकार को घंटों तक अक्षम कर सकता है, अन्य बड़ी या विशाल मछली या समुद्री जीव जो तैराकों को घायल कर सकते हैं. राय ने कहा, भारतीय नौसेना, भारतीय तट रक्षक, मुंबई पोर्ट ट्रस्ट, गोवा सरकार इस आयोजन का समर्थन कर रही है. तैराकों की टीम अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए वापसी करेगी.