रांची, 12 अक्टूबर : झारखंड के दुमका जिले के बड़तल्ला गांव में 10वीं की छात्रा का शव पेड़ से लटका पाया गया है. बीते डेढ़ महीने के दौरान जिले में दो छात्राओं को पेट्रोल डालकर जिंदा जला डालने और एक आदिवासी लड़की की रेप के बाद हत्या कर उसका शव पेड़ से लटका दिये जाने की घटनाओं के बाद इस तरह की चौथी घटना ने लोगों को दहला कर रख दिया है. बुधवार को काठीकुंड थाने के बड़तल्ला गांव में जिस 15 वर्षीय नाबालिग आदिवासी लड़की का शव पेड़ से लटका हुआ पाया गया, उसकी पहचान इसी थाना क्षेत्र के आमगाछी गांव की अंजलि सोरेन के रूप में हुई है. वह जिले के शिकारीपाड़ा के एक हाई स्कूल में 10 वीं की छात्रा थी.
बताया गया है कि अंजलि दुगार्पूजा की छुट्टी में अपने चाचा के घर बड़तल्ला आई थी और शुक्रवार को वहां से निकली थी. इसके बाद से ही उसका कोई पता नहीं चल पा रहा था. बुधवार सुबह गांव के बाहर एक पेड़ से शव लटके होने की सूचना पाकर पुलिस पहुंची. शव पूरी तरह सड़ चुका है और उससे काफी दुगर्ंध आ रही है. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि उसकी मौत तीन-चार दिन पहले हुई है. काठीकुंड थाना प्रभारी श्यामल कुमार मंडल के मुताबिक लड़की के गुमशुदा होने की सूचना एक दिन पहले मंगलवार शाम को परिवार के लोगों ने थाने में दी थी. शव को पोस्टमार्टम के लिए दुमका स्थित फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के और जांच के बाद ही खुलासा हो सकेगा कि छात्रा ने आत्महत्या की है या किसी ने उसकी हत्या कर दी है. यह भी पढ़ें : UP Shocker: यूपी में खौफनाक वारदात, गर्भवती महिला और उसकी नाबालिग बहन की कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या
इसके पहले दुमका जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के श्रीअमड़ा गांव में एक 14 किशोरी की हत्या कर शव को पेड़ पर लटका दिया गया था. जांच में यह खुलासा हुआ था कि रेप के बाद उसकी हत्या की गई थी. इस मामले मे पुलिस ने आरोपी को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा था. इधर राज्यसभा सांसद और झारखंड बीजेपी अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा है कि दुमका में फिर एक आदिवासी बच्ची का शव पेड़ से लटका मिला है. बार-बार हो रही ऐसी घटनाएं बताती हैं कि 'ठगबंधन' वाली सरकार में राज्य की मां-बेटियां पूरी तरह से असुरक्षित हो चुकी हैं.