भारत के लौह पुरुष (Steel Man of India) और पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) की आज पुण्यतिथि (Death Anniversary) है. आजादी के बाद देश के अलग-अलग भागों को एक साथ लाने में सरदार पटेल का अमूल्य योगदान है. उन्होंने देश को एकजुट करने में सबसे अहम भूमिका निभाई. भारत रत्न से सम्मानित सरदार पटेल ने 15 दिसंबर, 1950 को अंतिम सांस ली थी. देश की एकता में उनके योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए गुजरात में नर्मदा नदी के करीब उनकी विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को शनिवार को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि दी.
पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि. पीएम ने लिखा कि“ महान सरदार पटेल को उनकी पुण्य तिथि पर नमन. उनके विचार, कार्य और भारत की एकता के लिए किये गये उनके सशक्त प्रयास पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों को प्रेरित करते रहेंगे.”
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।
Remembering the great Sardar Patel on his Punya Tithi. His thoughts, rich work and strong effort towards India’s unity inspire generations of Indians.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 15, 2018
सरदार पटेल की पुण्यतिथि पर बीजेपी ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है. बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर से लिखा है 'भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन.'
भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन। pic.twitter.com/aY0IyPeXFK
— BJP (@BJP4India) December 15, 2018
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी सरदार पटेल को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
सरदार पटेल का पूरा जीवन भारत वर्ष की एकता और अखंडता के लिए समर्पित रहा। सैकड़ों रियासतों में बंटे भारत को उन्होंने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और निर्णायक नेतृत्व क्षमता से एक संगठित भारत का स्वरूप प्रदान किया।
ऐसे महान राष्ट्रभक्त की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि वंदन। pic.twitter.com/paEs4Xd5Xs
— Amit Shah (@AmitShah) December 15, 2018
सरदार पटेल का जन्म गुजरात के नडियाद में 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था और 15 दिसंबर 1950 को मुंबई में उनका निधन हुआ था. देश के स्वतंत्रता संग्राम और भारतीय रियासतों के एकीकरण में पटेल की भूमिका अमूल्य है. देश की अलग-अलग रियासतों को एक साथ लाने का श्रेय सरदार पटेल को ही जाता है.