एक्टर से डिजिटल कोच तक: संदीप भंसाली कैसे दे रहे हैं आम लोगों को “डिजिटल आज़ादी”
डिजिटल कोच संदीप भंसाली

एक समय था जब संदीप भंसाली कैमरे के सामने एक्टिंग किया करते थे, लेकिन आज वह हजारों लोगों को कैमरे के पीछे से सिखा रहे हैं—कैसे डिजिटल स्किल्स के ज़रिए फाइनेंशियल सिक्योरिटी और डिजिटल आज़ादी हासिल की जा सकती है.

संदीप भंसाली अब एक जाने-माने MSI Coach (Multiple Sources of Income Coach) हैं, जो हिंदी में लोगों को यह सिखा रहे हैं कि कैसे वे सिर्फ एक मोबाइल फोन और इंटरनेट कनेक्शन से अपनी कमाई के कई रास्ते बना सकते हैं. उनका मिशन है — हर भारतीय को डिजिटल आज़ादी दिलाना.

एक्टिंग से आत्मनिर्भरता की ओर 

संदीप ने अपने करियर की शुरुआत एक एक्टर और ऑफलाइन बिज़नेसमैन के रूप में की थी. लेकिन वक्त के साथ उन्होंने महसूस किया कि एक ही इनकम सोर्स पर निर्भर रहना आज के दौर में काफी रिस्की हो गया है. खासकर कोविड के समय जब हर किसी को यह समझ आया कि डिजिटल दुनिया में मौजूद होना अब एक ऑप्शन नहीं, बल्कि ज़रूरत बन चुका है.

क्या है MSI – Multiple Sources of Income? 

MSI का मतलब है—कमाई के कई स्रोत बनाना. इसका मकसद सिर्फ ज्यादा पैसा कमाना नहीं, बल्कि जीवन में सुरक्षा और स्थिरता लाना है. संदीप कहते हैं, “जब आपकी कमाई सिर्फ एक रास्ते से नहीं, बल्कि कई चैनलों से आती है, तभी असली डिजिटल आज़ादी संभव होती है.”

हिंदी में डिजिटल लर्निंग: गांव-शहर का फर्क मिटा रहे हैं संदीप

अंग्रेज़ी न आने की वजह से डिजिटल कमाई का सपना देखने वाले कई लोग पीछे रह जाते हैं. संदीप ने इस गैप को पहचाना और तय किया कि वह अपनी सारी ट्रेनिंग्स और वेबिनार्स हिंदी में देंगे. अब उनके साथ जुड़ रहे हैं भारत के छोटे शहरों, कस्बों और गांवों से लोग, जो पहले डिजिटल दुनिया को सिर्फ बड़े शहरों का खेल मानते थे.

सिखाई जाती हैं ये स्किल्स

  • एफिलिएट मार्केटिंग
  • डिजिटल प्रोडक्ट सेलिंग
  • कंटेंट मार्केटिंग
  • लीड जनरेशन
  • ऑटोमेशन टूल्स का इस्तेमाल
  • सोशल मीडिया से ब्रांड बनाना

इन स्किल्स के जरिए कई लोगों ने न सिर्फ ऑनलाइन कमाई शुरू की है, बल्कि डिजिटल आज़ादी की ओर पहला कदम भी उठाया है.

सच्ची कहानियां, सच्चा असर

उनकी कोचिंग से एक गृहणी अब एक डिजिटल कोस बेच रही है, एक कॉलेज स्टूडेंट पाट टाइम एफिलिएट मार्केट बन चुका है, और एक दुकान चलाने वाला शख्स अब अपनी सर्विस ऑनलाइन दे रहा है. ये सिफ कमाई नहीं, डिजिटल आज़ादी और आत्मनिभर्ता की कहानियां हैं.

आगे की राह 

संदीप का सपना है कि भारत के हर व्यिक्त को डिजिटल आज़ादी का अंधकार मिले. वह चाहते हैं कि लोग सिर्फ नौकरी के भरोसे न रहें, बिल्क अपने स्किल्स और सिस्टम्स के ज़रिए खुद की इनकम बना सकें. वह कहते हैं, “डिजिटल इंडिया तभी सफल होगा, जब उसका हर नाग रक fडिजटल रूप से सक्षम होगा.” संदीप भंसाली की कहानी एक इंस्पिरेशन है—कि चाहे आप किसी भी बैकग्राउंड से हों, सही माग दश न, स्किल्स और समपर्ण से आप अपनी जिदगी की दिशा बदल सकते हैं. fडिजटल आज़ादी अब fसफ एक सपना नहीं, एक सच्चाई बन सकती है.

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