प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की फोटो अमरीकी मैगजीन 'टाइम' (Time Magazine) के कवर पेज पर प्रकशित की गई है. फोटो के साथ ही ऐसा टैगलाइन दिया गया है जो अब विवाद उत्पन्न करता नजर आ रहा है. कवर पर लिखा गया है 'इंडियाज डिवाइडर इन चीफ' यानी भारत को विभाजित करने वाले मुख्य व्यक्ति. अपने कवर पर पीएम मोदी को इस तरह की देकर मैगजीन ने वाकई सोशल मीडिया पर अब एक नई बहस छेड़ दी है.
एक तरफ जहां इस कवर को लेकर सोशल मीडिया पर अब लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं वहीं बॉलीवुड अभिनेत्री ऋचा चड्ढा (Richa Chadha) ने भी अब इस मैगजीन कवर के सहारे पीएम मोदी पर तंज कसा है. उन्होंने ट्विटर पर इस पीएम मोदी वाले इस कवर को शेयर करके लिखा, "जब आप अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रेस को खरीद नहीं सकते."
When you can't buy the Press overseas. https://t.co/LewZkhxi9H
— TheRichaChadha (@RichaChadha) May 10, 2019
देखा जाए तो ऋचा ने टाइम मैगजीन को उनके इस कवर के लिए सराहते हुए पीएम मोदी को फटकार लगाई है.
अब ट्विटर पर ऋचा के इस ट्वीट को पढ़ने के बाद लोग उनसे सवाल कर रहे हैं कि क्या वो ये कहना चाहती हैं कि भारत देश में मीडिया बिकाऊ हो गई है?
So all indian media houses @IndiaToday @republic @news18dotcom @ZeeNews you have been sold to modi as declared by @RichaChadha
— Aman Sharma (@a02051994) May 10, 2019
इसी तरह से ये मैगजीन कवर अब सोशल मीडिया पर लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 के चलते टाइम मैगजीन ने ये कवर जारी किया है. टाइम पत्रिका के एशिया एडिशन ने लोकसभा चुनाव 2019 और पिछले पांच सालों में नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज पर लीड स्टोरी की है. इसका शीर्षक है “Can the World's Largest Democracy Endure Another Five Years of a Modi Government?” यानी की "क्या दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र मोदी सरकार के अगले 5 साल को सह पाएगा?
TIME’s new international cover: Can the world’s largest democracy endure another five years of a Modi government? https://t.co/oIbmacH9MS pic.twitter.com/IqJFeEaaNW
— TIME (@TIME) May 9, 2019
टाइम मैगजीन के इसी संस्करण के एक दूसरे आर्टिकल में पीएम नरेंद्र मोदी की आर्थिक नीतियों की जमकर तारीफ भी की गई है. इयान ब्रेमर नाम के पत्रकार ने लिखा है कि मोदी ही वो शख्स है जो भारत के लिए डिलीवर कर सकते हैं. Modi Is India's Best Hope for Economic Reform के शीर्षक से लिए गए इस लेख में कहा गया है कि भारत ने मोदी के नेतृत्व में चीन, अमेरिका और जापान से अपने रिश्ते तो सुधारे ही हैं, लेकिन उनकी घरेलू नीतियों की वजह से करोड़ों लोगों की जिंदगी में सुधार आया है.