नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (CBCI) द्वारा आयोजित क्रिसमस समारोह में भाग लिया. यह पहली बार है जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने कैथोलिक चर्च के मुख्यालय में आयोजित इस तरह के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. प्रधानमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए इसे एक ऐतिहासिक और यादगार अवसर बताया. उन्होंने कहा कि भारत की विविधता में एकता ही इसकी सबसे बड़ी ताकत है, और यह समारोह उसी भावना का प्रतीक है.
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि आज का भारत सबको साथ लाने की दिशा में काम कर रहा है. उन्होंने कहा, “हमारी सरकार का लक्ष्य हर नागरिक को साथ लेकर चलना है, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति, या संस्कृति से ताल्लुक रखता हो.”
पीएम मोदी ने अपने X पर इस समारोह की कई तस्वीरें साझा की. पीएम ने लिखा, "भारतीय कैथोलिक बिशप सम्मेलन द्वारा आयोजित क्रिसमस कार्यक्रम में शामिल होकर मुझे बहुत खुशी हुई. एक दूसरे पोस्ट में प्रधानमंत्री ने लिखा, "आर्कबिशप, बिशप और सीबीसीआई सदस्यों से बातचीत की. महामहिम ओसवाल्ड कार्डिनल ग्रेसियस को उनके 80वें जन्मदिन की शुभकामनाएं भी दीं.
पीएम मोदी ने शेयर की तस्वीरें
Interacted with Archbishops, Bishops and CBCI members. Also wished His Eminence, Oswald Cardinal Gracias for his 80th birthday. pic.twitter.com/8aoJndwLOt
— Narendra Modi (@narendramodi) December 23, 2024
CBCI की 80वीं वर्षगांठ पर शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री ने CBCI की स्थापना के 80 वर्ष पूरे होने पर सभी सदस्यों को बधाई दी. उन्होंने कहा, “मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे हमेशा आपसे स्नेह और समर्थन मिला है. मैंने पोप फ्रांसिस को भारत आने का निमंत्रण दिया है, और यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे उनसे दो बार मिलने का अवसर मिला.” CBCI की स्थापना 1944 में हुई थी और यह संस्था भारत के सभी कैथोलिक चर्चों के साथ मिलकर काम करती है.
अफगानिस्तान से फादर को बचाने की कहानी
#WATCH | Delhi | At the Christmas Celebrations event hosted by the Catholic Bishops' Conference of India (CBCI), PM Modi says, "...It was a very satisfactory moment for me when we safely brought Father Alexis Prem Kumar from war-torn Afghanistan, a decade back. He was stuck there… pic.twitter.com/LU4K9p6RPd
— ANI (@ANI) December 23, 2024
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एक घटना का जिक्र किया जब भारत सरकार ने युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से फादर एलेक्सिस प्रेम कुमार को सुरक्षित बचाया था. उन्होंने कहा, “वह क्षण मेरे लिए बेहद संतोषजनक था. फादर एलेक्सिस 8 महीने तक अफगानिस्तान में बंधक बने हुए थे. हमारी सरकार ने उन्हें सुरक्षित भारत वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास किए.” प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत की विदेश नीति केवल कूटनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह अपने प्रत्येक नागरिक को कठिन परिस्थितियों से बचाने की भावनात्मक प्रतिबद्धता भी है.
क्रिसमस का महत्व
क्रिसमस ईसाई धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. यह दिन यीशु मसीह के जन्म का जश्न मनाने के लिए समर्पित है, जिन्हें ईसाई भगवान का पुत्र मानते हैं. यीशु ने प्रेम, बलिदान और करुणा का संदेश दिया. उनके जन्म ने दुनिया में खुशी और आशा का संचार किया.