
चेन्नई: पिछले दो दिनों से लगातार बारिश के बाद चेन्नई के कई हिस्सों में जलभराव हो गया है. चेन्नई और उपनगरीय क्षेत्रों में सोमवार रातभर हुई बारिश मंगलवार को भी जारी रही, जिसके कारण राज्य की राजधानी एवं निकटवर्ती इलाकों में पानी भर गया. वहीं, वर्षा संबंधी घटनाओं में दो व्यक्तियों की मौत हो गई. चेन्नई सहित तमिलनाडु के अन्य जिलों में स्कूल और कॉलेज बुधवार को दूसरे दिन भी बंद रहेंगे.
तीन दशकों में पहली बार, शहर के मुख्य क्षेत्र नुंगमबक्कम में एक ही दिन में 8 सेंटीमीटर, उपनगरीय रेड हिल्स में 13 सेंटीमीटर और पेरंबूर में 12 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई. तमिलनाडु में व्यापक वर्षा हुई और वर्षा एक सेंटीमीटर से 9 सेंटीमीटर के बीच दर्ज की गई, जिसमें कावेरी डेल्टा क्षेत्र और कन्याकुमारी जैसे तटीय क्षेत्र शामिल हैं.
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#WATCH | Tamil Nadu: Several parts of Chennai face waterlogging following incessant rainfall over the past two days.
Visuals from East Avenue, Korattur in Chennai where water has entered residential areas. pic.twitter.com/7jQSesSLAI
— ANI (@ANI) November 2, 2022
बारिश को देखते हुए यहां दो सब-वे बंद कर दिए गए और शहर में यातायात जाम और वाहनों की धीमी आवाजाही देखी गई. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मानसून की तैयारियों पर शीर्ष अधिकारियों की एक डिजिटल बैठक की अध्यक्षता की और अधिकारियों को एकजुटता से काम करने और शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
मौसम विज्ञान के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उप महानिदेशक एस बालचंद्रन ने संवाददाताओं से कहा कि चेन्नई शहर के संबंध में, एक नवंबर को नुंगमबक्कम में 8 सेंटीमीटर भारी वर्षा दर्ज की गई थी और यह पिछले 30 वर्षों में पहली बार और पिछले 72 वर्षों में तीसरा ऐसा रिकॉर्ड है. उन्होंने कहा कि 1990 में, शहर में 13 सेंटीमीटर बारिश हुई थी और 1964 में यह 11 सेंटीमीटर थी, दोनों बार यह एक नवंबर को हुई थी.
यहां बीती रात एक व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई, जबकि शहर के उत्तरी इलाके पुलियांतोप में एक रिहायशी इमारत का हिस्सा गिरने से एक महिला की मौत हो गई. उपनगर में करंट लगने से एक गाय की मौत हो गई. उत्तरी चेन्नई के कुछ हिस्सों के निचले इलाकों में घरों में पानी घुस गया.
चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और चेंगलपेट सहित कम से कम 8 जिलों में स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई.
नगर प्रशासन मंत्री के एन नेहरू ने कहा कि चेन्नई निगम क्षेत्रों में बरसाती नाले का 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. नेहरू ने कहा कि कई क्षेत्रों में पूर्व में बाढ़ का सामना करना पड़ता था, जैसे मिडटाउन जीएन चेट्टी रोड लेकिन नाले के सुधार कार्य के मद्देनजर इस बार जलभराव नहीं देखा गया है.
ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने कई क्षेत्रों का निरीक्षण किया और कहा कि के के नगर जैसे इलाकों में तैयारी के उपायों और बरसाती पानी के निकासी के काम के चलते जलभराव नहीं था. बाढ़ की चपेट में आने वाले इलाकों में अधिकारियों द्वारा बाढ़ निगरानी कैमरे लगाए गए हैं.